मां बनना एक बेहद सुखद अहसास है। पहली बार मां बनने की फीलिंग ही कुछ और होती है, हालांकि इस दौरान परेशानियां भी कम नहीं होती है। खासकर तब जब आप पहली बार मां बनने जा रही हो आपको इसका कोई अनुभव नहीं होता। एक बात जाननी बेहद जरूरी है कि प्रेगनेंसी का अनुभव हर महिला के लिए अलग- अलग होता है। कई महिलाएं आसानी से सब झेल लेती हैं वहीं कुछ को बहुत सी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। बॉडी में हॉर्मोनल के बदलाव के चलते बॉडी पेन और मूड स्विंग की समस्या आम होती है। आज हम आपको एक ऐसी समस्या के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे लेकर महिलाएं काफी डर जाती हैं।
ब्राउन डिस्चार्ज को देख डर जाती है महिलाएं
कंसीव होने के बाद अगर कोई महिला ब्राउन डिस्चार्ज या स्पॉटिंग का सामना करती है तो दिमाग में सबसे पहले मिसकैरेज होने का डर आता है, हालांकि प्रेगनेंसी की शुरुआत में ब्लीडिंग होना या फिर भूरे रंग का डिसचार्ज होना बहुत नॉर्मल माना जाता है। वैसे तो वैजाइनल डिस्चार्ज नॉर्मल होता है लेकिन इसका रंग बदलना इन्फेक्शन की निशानी हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार करीब 30 प्रतिशत महिलाओं को प्रेगनेंसी के शुरुआती 3 महीनों में हल्की ब्लीडिंग होती है।
ब्राउन डिस्चार्ज का कारण
प्रेग्नेंसी की शुरुआत में इंप्लांटेशन ब्लीडिंग के कारण गहरे भूरे रंग का डिस्चार्ज होत है जो बिलकुल नौर्मल है। डिलिवरी डेट का नजदीक होना और शिशु के कारण गर्भाशय पर बढ़ते हुए प्रेशर की वजह से लोअर बौड़ी पर दबाव पड़ता है और उससे ब्राउन डिस्चार्ज होने लगता है। प्रेग्नेंसी में हौर्मोनल चेंजेस के कारण सर्विक्स बेहद सेंसेटिव हो जाती है और इस कारण सेक्स या डॉक्टर द्वारा इंटरनल एग्ज़ामिनेशन करने पर भी ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है।
इंफेक्शन होने का खतरा
कई बार वजायना में बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी ऐसा होता है। इंफेक्शन के कारण वजायना में सूजन और उस एरिया का लाल होने की समस्या होने की स्थिति को बैक्टीरियल वजायनल इंफेक्शन कहते हैं। गर्भावस्था के दौरान लगभग 50 प्रतिशत महिलाओं को योनि से डिस्चार्ज होता है। बस डिस्चार्ज की मात्रा और कलर में अंतर आ सकता है, इसमें कोई चिंता वाली बात नहीं है। वहीं, अगर रंग अधिक गाढ़ा हो, स्राव अधिक मात्रा में आए व इससे दुर्गंध महसूस हो, तो यह किसी समस्या का इशारा हो सकता है।
प्रेगनेंसी के दौरान इन रंगों का हो सकता है वैजाइनल डिस्चार्ज
पारदर्शी या दूधिया सफेद
हरा या पीला
ग्रे कलर
ब्राउन
पिंक कलर
रेड कलर
ब्राउन डिस्चार्ज का उपाय
ब्राउन डिस्चार्ज का उपाय करने से पहले ये जानना जरूरी है कि यह डिस्चार्ज किस कारण से हो रहा है और कितना गंभीर है। लाइफस्टाइल से जुड़े कुछ बदलाव करने से भी आप इस समस्या से बच सकती हैं जैसे कि स्वस्थ भोजन खाएं और हल्के फुल्के योग या व्यायाम से अपनी इम्यूनिटी को मजबूत रखें। भारी सामान उठाने,सामने की ओर झुकने जैसे काम जिससे पेट पर दबाव पड़े उन्हें करने से पूरी तरह से बचें। डिस्चार्ज की परेशानी में गर्म खाना खाने से भी परहेज करने की भी सलाह दी जाती है।
ब्राउन डिस्चार्ज के लक्षण
ब्लड डिस्चार्ज
पेट में मरोड़ उठना
पीठ में दर्द
लगातार उल्टी
बेहोशी आना
गर्भावस्था के आखिरी दिनों में भी हो सकता है डिस्चार्ज
कुछ लोगों को लगता है कि ब्राउन डिस्चार्ज की समस्या प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में ही आती है, लेकिन ऐसा नहीं है। गर्भावस्था के आखिरी दिनों में भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है, इसे लेबर के करीब होने का संकेत भी माना जाता है। ऐसे हालात में डरने की जगह डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। एक बात का ध्यान रखें कि ब्लीडिंग और भूरे रंग के डिस्चार्ज में अंतर होता है। अगर आपको प्रेग्नेंसी के आखिरी दिनों में ब्लीडिंग हो रही है तो ये नुकसानदायक हो सकती है।