किरण खेर इन दिनों भले ही बॉलीवुड से दूर हैं लेकिन वह सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं। एक्ट्रेस चंडीगढ़ संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की सांसद हैं। किरण एक ऐसी एक्ट्रेस हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत के जरिए दूसरी महिलाओं के लिए भी मिसाल पेश की है। एक्ट्रेस आज 70 से पार हैं लेकिन उनकी फिटनेस देख उनकी उम्र का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। आपको बता दें कि किरण ब्लड कैंसर से भी लड़ चुकी हैं। इस खतरनाक बीमारी को मात देकर उन्होंने बाकी महिलाओं के लिए एक मिसाल पेश की है....
ब्लड कैंसर को दी एक्ट्रेस ने मात
किरण खेर को ब्लड कैंसर(मल्टीपल मायलोमा) था । आपको बता दें कि यह बहुत ही खतरनाक होता है लेकिन उन्होंने पूरी हिम्मत और इलाज के साथ इस बीमारी को मात दी है। एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने बताया था कि - जब मैं अस्पताल में अपना कैंसर का इलाज करा रही थी, उस समय भी मैं काम करती थी। किरण ने यह भी बताया कि वो अपने फोन के जरिए काम के लिए लगातार लोगों के संपर्क में रहती थी। इस दौरान उन्होंने एक ऑक्सीजन प्लांट का भी उद्घाटन किया था। साथ ही किरण ने कहा कि उन्हें इस दौरान ट्रैवल की अनुमति नहीं थी । खासकर एरोप्लेन में वह कमजोर इम्यूनिटी के कारण सफर नहीं कर पाती थी।
आखिर क्या होता है मल्टीपल मायलोमा कैंसर
एक रिपोर्ट के अनुसार, मल्टीपल मायलोमा एक तरह का कैंसर है जो व्हाइट ब्लड सेल्स में बनता है इसे प्लाजमा कोशिका भी कहते हैं। इसके कारण कैंसरग्रस्त प्लाजमा कोशिकाएं बोन मैरो में जमा हो जाती हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को बाहर निकाल देती हैं। प्लाज्मा सेल्स के अंदर होने के कारण इसे मल्टीपल मायलोमा कहते हैं। यह बीमारी महिलाओं और पुरुषों दोनों को घेर सकती है।
कारण
एक्सपर्ट्स के द्वारा इस बीमारे के अभी तक कारण पता नहीं चल पाएं लेकिन मुख्य तौर पर 35 साल की अधिक उम्र, मोटापा, जैनेटिक, शरीर में कैल्शियम की समी और एनीमिया को ही इसका कारण माना जाता है।
बीमारी के लक्षण
.हड्डियों में दर्द होना
. कब्ज की समस्या
. भूख में कमी आना
. मानसिक धुंधलापन या भ्रम
. वजन कम होना
. पैरों में कमजोरी होना
. बहुत ज्यादा प्यास लगना
शरीर के लिए हो सकता है घातक
मल्टीपल मायोलमा शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है। इस कैंसर के कारण प्लाजमा कोशिकाएं एम प्रोटीन नाम की खराब एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं जो शरीर को कई तरह का नुकसान पहुंचाते हैं इससे ट्यूमर का विकास होने लगता है, गुर्दे और इम्यूनिटी पॉवर को क्षति पहुंचती है और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। जब मल्टीपल मायलोमा शरीर में फैलता है तो कैंसर की कोशिकाएं और भी ज्यादा बढ़ जाता है जिससे शरीर में सामान्य लाल रक्त कोशिकाएं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेट्लेट्स के लिए भी जगह नहीं बचती जिससे शरीर में संक्रमण भी फैल सकता है।
ऐसे में यदि आपके शरीर में इसका कोई भी लक्षण दिखे तो एक बार डॉक्टर को जरुर संपर्क करें।