कोरोना वायरस महामारी क संकट टलने की जगह बढ़ता जा रहा है लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि भारतवासियों में विदेशों के मुकाबले कोरोना एंटीबॉडीज काफी तेजी से बढ़ रही है। खबरों की मानें तो भारत में रहने वाले हर दूसरे व्यक्ति में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज तैयार है। भारत में बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस से जंग जीतकर अपने घर वापिस लौटे हैं।
लोगों में विकसित हो रही कोरोना एंटीबॉडीज
ऐसा माना जा रहा है कि जो लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हुए हैं, उनमें कोरोना की एंटीबॉडीज विकसित हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये एंटीबॉडीज शरीर में 28 से 40 दिनों तक ही रहती है। तो वहीं यह भी कहा जा रहा है कि अन्य देशों में भी कोरोना से ठीक हुए लोगों में एंटीबॉडीज विकसित हुई होगी। हालांकि इसे लेकर अभी कोई जांच नहीं की गई है।
ठीक हुए लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत
अब जैसे भारतीय लोगों मे फ्लू और इंफ्लूएंजा जैसी बीमारियों की एंटीबॉडीज पहले से ही मौजूद है। इसकी वजह यह है कि वह इनका सामना पहले से ही करते आ रहे हैं, हालांकि इन बीमारियों के लक्षण कोरोना वायरस से काफी मिलते हैं। इसी वजह से यहां के लोगों का शरीर इम्यून है, तभी वह कोरोना को जल्द ही मात दे देते हैं। वहीं कुछ की इम्यूनिटी उन्हें दवाइयों से मिल जाती है। वहीं कोरोना वायरस में भी ऐसी इम्यूनिटी की जरूरत पड़ती है जो इस बीमारी से लड़ सके। मगर फिर भी जो लोग कोरोना वायरस की चपेट में आकर ठीक हो चुके हैं, उन्हें अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें लोग दोबारा से संक्रमित हो रहे हैं।