बदलती जीवनशाली में पति-पत्नी का स्वभाव एक-दूसरे से अलग होना आम बात है। इसकी वजह से घरों में अक्सर मनमुटाव देखने को मिलता है। अलग-अलग स्वभाव के कारण मनमुटाव हद से ज्यादा बढ़ने लगे, तो संभलना ज़रूरी है। समय रहते इस पर काबू न पाया गया, को मामला हाथ से निकल सकता है।
कारण
मनोचिकित्सकों का मानना है कि जब पति-पत्नी में से किसी एक का सामाजिक या आर्थिक प्रभाव ज्यादा हो और वह खुद को श्रेष्ठ समझने लगे, तो टकराव ज्यादा होने लगता है। किसी बात तो लेकर सहमति नहीं बन पाती जिससे एक पार्टनर हीन भावना का शिकार होने लगता है। इस स्थिति को धैर्य और समझदारी से ही ठीक किया जा सकता है। इसके लिए कुछ टिप्स मददगार साबित हो सकते हैं—
पार्टनर को स्पेस दें
यह बहुत जरूरी है। हर व्यक्ति की पसंद-नापसंद, रुचियां अलग होती हैं। इसमें जबरदस्ती बदलाव करने की कोशिश उसे परेशान कर सकती है।
बातचीत जारी रखें
किसी बात को लेकर सहमति नहीं बन पा रही तो इस वजह से बातचीत बंद न करें। बातचीत बंद कर देंगे तो स्थिति ज्यादा घातक हो सकती है।
बीच का रास्ता तलाशें
जिन बातों पर असहमति होती है, उनमें हमेशा बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करें। इस बात का ध्यान रखें कि असहमति को बच्चों के सामने जाहिर न होने दें।