03 NOVSUNDAY2024 1:05:59 AM
Nari

Child Marriage: इस राज्य में खोता जा रहा है बचपन, कब होगा बाल विवाह का अंत?

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 08 Oct, 2022 05:00 PM
Child Marriage: इस राज्य में खोता जा रहा है बचपन, कब होगा बाल विवाह का अंत?

भारत में बाल विवाह सदियों से प्रचलित है और लाख कोशिशों के बावजूद इस पर लगाम नहीं लग पा रही है। देश भर से आए दिन बाल विवाह की खबरें सामने आती रहती है। कोरोना महामारी के दौरान तो बाल विवाह की तादाद और बढ़ती जा रही है। अब हाल ही में बाल विवाह को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।

PunjabKesari
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नवीनतम जनसांख्यिकीय नमूना सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि  झारखंड में लड़कियों का बाल विवाह का प्रतिशत सबसे अधिक है, जिस कारण प्रदेश की बहुत बदनामी हुई है। हैरानी की बात है कि यहां लड़कियों के बालिग होने से पहले उनका विवाह करने का प्रतिशत 5.8 है। सर्वेक्षण के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर 18 साल की उम्र से पहले विवाह करने वाली लड़कियों का प्रतिशत 1.9 है, जबकि केरल में यह 0.0 है और झारखंड में 5.8 तक है।’’

PunjabKesari
सर्वेक्षण में कहा गया है कि झारखंड के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में क्रमश: 7.3 प्रतिशत और तीन प्रतिशत लड़कियों का बाल विवाह हुआ है। नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) सांख्यिकीय रिपोर्ट में दुनिया के सबसे बड़े जनसांख्यिकीय सर्वेक्षणों में से एक के माध्यम से एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर विभिन्न जनसांख्यिकीय, प्रजनन क्षमता और मृत्यु दर के अनुमान शामिल हैं। इस रिपोर्ट में लगभग 84 लाख लोगों ने हिस्सा लिया है।

PunjabKesari
सर्वेक्षण 2020 में किया गया था और आंकड़े पिछले महीने के अंत में प्रकाशित किए गए थे। झारखंड और पश्चिम बंगाल देश के दो ऐसे राज्य हैं जहां आधी से ज्यादा महिलाओं की शादी 21 साल की उम्र से पहले कर दी जाती है। सर्वेक्षण के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में जहां 54.9 प्रतिशत लड़कियों की विवाह 21 साल की उम्र से पहले किया जाता है, वहीं झारखंड में यह आंकड़ा 54.6 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 29.5 प्रतिशत है। इस बीच, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, 2015 में झारखंड में जादू टोना करने के आरोप में 32 लोग, 2016 में 27, 2017 में 19, 2018 में 18 और 2019 और 2020 में 15-15 लोगों की मौत हुई थी।

Related News