खराब लाइफस्टाइल, कंप्यूटर और स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने के कारण बच्चों की आंखों पर बहुत ही असर पड़ रहा है। समय से पहले बच्चों की आंखें कमजोर हो रही हैं उन्हें बचपन में चश्मा आंखों पर लगाना पड़ता है। ऐसे में पैरेंट्स भी इस बात को लेकर चिंतित होते हैं कि उनके आहार में क्या चीजें शामिल करें, जिनसे उनकी आंखे स्वस्थ रह सके। तो चलिए आपको बताते हैं ऐसे कुछ फूड्स जिन्हें आप बच्चों की डाइट में शामिल कर सकते हैं...
हरी पत्तेदार सब्जियां
आप बच्चों को हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करवा सकते हैं। इनमें एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण, कैरोटीनोइड्स, पाए जाते हैं। यह आंखों के फ्री रेडिकल्स को दूर रखने में दूर करते हैं। इसके अलावा इनमें विटामिन-ए भी काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। आप बच्चों को कम उम्र से ही ब्रोकली, केला और पालक जैसी सब्जियां खिलाने की आदत डाल सकते हैं। यदि आप बच्चों को यह सब्जियां कच्ची खिलाना चाहते हैं तो यह उनके लिए और भी फायदेमंद होगी।
रंग-बिंरगी सब्जियां करे शामिल
टमाटर, मूली जैसी सब्जियां भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद मानी जाती हैं। यह मैकुलर डिजेनरनेशन को आंखों में बनने से रोकती हैं। मैकुलर डिजेनरेशन एक ऐसी समस्या होती है जिसके कारण आंखे धुंधली होती है। आप गाजर, शकरकंद जैसी चीजें भी बच्चों को दे सकते हैं इनमें बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो आंखों को सूर्य की हानिकाक किरणों से बचाने में मदद करता है। बीटा कैरोटीन रेटिना को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा आप शिमला मिर्च बच्चों को दे सकते हैं। आंखों की रोशनी का तेज करने के लिए यह बहुत ही अच्छा स्त्रोत मानी जाती हैं।
ड्राई फ्रूट्स और बीज खिलाएं
आप बच्चों को काजू, बादाम, पिस्ता, मूंगफली दे सकते हैं। इनमें विटामिन-ई काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यह बच्चों में मायोपिया के खतरे को कम करता है। इसके अलावा इन ड्राई फ्रूट्स में विटामिन-ई की भी काफी अच्छी मात्रा पाई जाती है। विटामिन-ई और ओमेगा-3 ड्राई आंखों से बचाने में सहायता करते हैं। बीजों के लिए आप बच्चों को चिया और अलसी के बीज दे सकते हैं। इन दोनों बीजों का सेवन करने से बच्चों की आंखों से संबंधी परेशानियां दूर होती है।
सौंफ, बादाम और काला नमक
आप बच्चों को सौंफ, काला नमक और बादाम दे सकते हैं। इन तीनों चीजों को पर्याप्त मात्रा में लेकर एक पाउडर तैयार कर लें। तैयार किया हुआ पाउडर एक एयरटाइट कंटेनर में डालें। रोज रात को सोने से पहले या फिर सुबह खाली पेट आप बच्चे को गर्म दूध में पाउडर मिलाकर दे सकते हैं।
त्रिफला दें
आप त्रिफला बच्चों को खिला सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, यह कई रोगों के इलाज में बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। आई ड्रॉप्स में त्रिफला का इस्तेमाल करके सूजन, आंखों में लाल-पन और दर्द को भी कम किया जा सकता है। इसमें विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे गुण पाए जाते हैं। यह गुण आंखों को किसी भी तरह के ऑक्सीडेसिव स्ट्रेस से बचाने में भी सहायता करते हैं। बच्चों को आप त्रिफला पाउडर का काढ़ा या फिर चाय बनाकर दे सकते हैं।
इन चीजों की भी डालें आदत
बच्चों को इस बात का पता नहीं होता कि उनके स्वास्थ्य और आंखों के लिए क्या चीज आवश्यक है। ऐसे में पैरेंट्स को ही उन्हें स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। आप बच्चों को आदत डालें कि यदि वह इलेक्ट्रोनिज गैजेट का इस्तेमाल करते हैं तो बीच-बीच में पलक झपकाएं। पलक झपकाने से उनकी आंखों को काफी आराम मिलेगा। इसके अलावा आप बच्चों की यह आदत भी डालें कि वह आंखों की एंटी-क्लॉक वाइज घुमाएं। इससे भी उनकी आंखे स्वस्थ रहेगी।