डॉर्क चॉकलेट ऐसी चॉकलेट है जिसमें बाकी चॉकलेट्स के मुकाबले कोको ज्यादा होता है, इसके अलावा इसमें चीनी कम होती है। यह आमतौर पर मिल्क चॉकलेट की तुलना में ज्यादा फायदेमंद और कम मीठी होतr है। स्वास्थ्य के हिसाब से भी यह बेहद फायदेमंद मानी जाती है। इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना सही माना जाता है। शोध में किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि इस चॉकलेट में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को सुधारते हैं। इसके अलावा भी इस चॉकलेट को खाने के कई फायदे हैं। आज चॉकलेट डे मनाया जा रहा है ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए आपको आज डॉर्क चॉकलेट खाने के फायदे बताते हैं।
डिप्रेशन होगा दूर
आज के समय में लोग किसी न किसी तनाव से गुजर रहे हैं। लगातार तनाव में रहने के कारण डिप्रेशन भी हो सकता है। डिप्रेशन में मूड में बदलाव, उदास रहना, गुस्सा आना और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण दिखते हैं। ऐसे में डिप्रेशन दूर करने के लिए डॉर्क चॉकलेट बेहद फायदेमंद हो सकती है। एक शोध के अनुसार, तीन दिन तक जिन लोगों ने डॉर्क चॉकलेट का सेवन किया उनमें डिप्रेशन के लक्षण काफी हद तक कम हुए हैं।
कोलेस्ट्रॉल करेगी कंट्रोल
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए भी डॉर्क चॉकलेट बेहद लाभकारी होती है। एनसीबीआई वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग शोधों से यह पता चलता है कि लो फैट डाइट के साथ प्लांट स्टेरोल्स और कोको फ्लैवेनॉल्स से भरपूर डॉर्क चॉकलेट का इस्तेमाल करने से कोलेस्ट्रॉल में कमी हो सकती है। साथ ही इसके प्रयोग से हृदय स्वास्थ्य और ब्लड प्रेशर में भी सुधार होता है।
हार्ट के लिए फायदेमंद
संतुलित मात्रा में डॉर्क चॉकलेट खाना भी हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। डॉर्क चॉकलेट में एपिप्टिन, कैटेचिन और प्रोसीएनिडिन्स जैसे फ्लेवनॉल पाए जाते हैं इनमें एंटीहाइपरटेन्सिव, एंटीप्लेटलेट, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल
यदि आपको बीपी की समस्या है तो भी डॉर्क चॉकलेट बेहद फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई के अनुसार, यह बात सामने आई है कि डॉर्क चॉकलेट में एंटीहाइपरटेन्सिव प्रभाव पाया जाता है जिसके कारण से सीमित मात्रा में इसका सेवन करने से हाई बीपी में कमी हो सकती है।
सर्दी-जुकाम से बचाव
बदलते मौसम में जुकाम बहुत जल्दी होता है ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए भी डॉर्क चॉकलेट बेहद लाभकारी मानी जाती है। इसमें थियोब्रामोइन नाम का रासायनिक पदार्थ पाया जाता है। यह पदार्थ श्वसन तंत्र से जुड़ी परेशानियों से निजात दिलवाने में मदद करता हैं। श्वसन तंत्र से जुड़ी परेशानियों की बात करें तो उनमें सर्दी-जुकाम भी शामिल है।