थायरॉइड की समस्या आजकल लोगों में आम देखने को मिल रही है। यह मुख्य रूप से 2 तरह के होते हैं- हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म। हाइपोथायरायडिज्म थायरॉइड शरीर में हार्मोन्स की कमी के कारण और हाइपरथायरायडिज्म थायरॉइड हॉर्मोन्स के अधिक होने से होता है। इसके कारण शरीर में थकावट, वजन बढ़ना या कम होना, एनर्जी लेवल कम होना जैसी समस्याओं से जुझना पड़ता है। साथ ही कब्ज, दस्त, ड्राई स्किन तनाव जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में योगासन द्वारा आप इस थायरॉइड की समस्या से राहत पा सकते है।
कैसे करें भुजंगासन?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाएं।
- फिर पेट के बल लेट जाएं।
- अब दोनों हथेलियों को जमीन पर रखें।
- उसके बद धीरे-धीरे सिर को पीछे की ओर करें।
- आप जितना पीछे को मुड़ सकते है उतना ही मुंडे। नहीं तो पीठ में दर्द महसूस हो सकता है।
- अब गहरी सांस लें और छोड़ें। ऐसा कम से कम 5 बार दोहराई।
- इसतरह इस आसन को 30 से 60 सेकेंड तक करें।
थायरॉयड में क्यों फायदेमंद है?
भुजंगासन खासतौर पर थायरॉइड के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इस आसन को रोजाना करने से थायरॉइड के लक्षण कम होने के साथ थकावट और आलस की परेशानी से भी राहत मिलती है। इसके साथ ही इस आसन को करने से वजन कंट्रोल में रहता है। ऐसे में थायरॉइड पेशेंट को इस आसन को जरूर करना चाहिए।
अन्य लाभ
- इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी को मजबूती मिलती है।
- इसे करने से पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। ऐसे में स्पाइन नर्व को आराम मिलता है।
- मेटाबॉलिज्म बढ़ने में मदद मिलती है।
- पेट से जुड़ी परेशानियों से राहत मिलती है।
- इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है। ऐसे में बीमारियों से बचाव रहता है।
- पाचन तंत्र बेहतर ढंग से काम करता है।
- चिंता व तनाव दूर होता है।
- चेहरे पर ग्लो आता है।