महिलाएं आस्था और प्यार के साथ हरियाली तीज का व्रत रखती हैं, फिर चाहे वो प्रेग्नेंट क्यों ना हो। मगर, प्रेग्नेंसी में आपको सेहत का ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है क्योंकि इस दौरान आपके द्वारा ली जाने वाली डाइट का असर होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है। परंपराएं भी कुछ विशेष स्थितियों में नियमों छोड़ने की इजाजत देती हैं। ऐसे में अगर आप हरियाली तीज का व्रत रख रही हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है, ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।
शरीर की जरूरत के अनुसार बनाएं प्लान
अपनी डॉक्टर से सलाह लेकर तीज व्रत के लिए डाइट बनाएं। दरअसल, प्रेगनेंसी में हर महिला की कंडीशन अलग-अलग होती है। ऐसे में बेहतर होगा कि पहले आप इस बारे में अपने डॉक्टर से बात कर लें।
चाय-कॉफी कम और भरपूर पिएं पानी
व्रत में चाय-कॉफी पीने से परहेज करें क्योंकि खाली पेट इनका सेवन गैस, कब्ज और बदहजमी का कारण बन सकता है। साथ ही कथा सुनने के बाद पानी जरूर पीएं।
आयरन से भरपूर आहार खाएं
प्रेगनेंसी में आयरन, कैल्शियम और एनर्जी की जरूरतें बढ़ जाती हैं। ऐसे में शरीर को इसकी कमी ना हो इसलिए एक दिन पहले ही भरपूर स्वस्थ आहार खाएं, ताकि बाद में आपको किसी तरह की परेशानी ना हो।
निर्जला व्रत न रखें प्रेग्नेंट महिलाएं
हरियाली का व्रत निर्जला होता है लेकिन गर्भवती महिलाएं प्यासी ना रहे क्योंकि इस दौरान भ्रूण को भी पानी चाहिए होता है। डिहाइड्रेशन शिशु के लिए खतरनाक है इसलिए व्रत में सादा पानी, दूध, फलों का जूस, छाछ का सेवन करती रहें। व्रत से पहले भी खूब सारा पानी पी लें अगर आप निर्जला व्रत रखने की सोच रहीं है।
लंबे समय तक ना रहें भूखी
गर्भवती औरतों को लंबे समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे शरीर में ग्लूकोज लेवल कम हो सकता है। इसके कारण आप हाइपोग्लाइसीमिया का शिकार हो सकती है, जो शिशु के लिए जानलेवा है।
इन चीजों से रखें परहेज
प्रेग्नेंट महिलाएं व्रत में बहुत ज्यादा मीठा, रिफाइंड शुगर, तलाभुना ना खाएं। इसकी बजाए फल व कच्ची सब्जियों का सेवन करें।
व्रत के बाद हल्का-फुल्का खाएं
कुछ महिलाएं व्रत खोलने के बाद एकदम हैवी भोजन कर लेती हैं, जोकि गलत है। खाली पेट रहने के बाद एकदम हैवी भोजन करने से समस्या हो सकती है। ऐसे में व्रत खोलने के बाद पहले पानी पीएं और फिर हल्का-फुल्का भोजन करें।
प्रेग्नेंसी के दौरान हरियाली तीज व्रत में अन्य सावधानियां
. गर्भवती महिलाएं झूला न झूलें क्योंकि इससे पेट पर दबाव पड़ सकता है। साथ ही ऐसा काम भी ना करें , जिससे पेट पर दबाव पड़े।
. एक ही जगह पर बहुत देर तक बैठी ना रहे बल्कि थोड़ा चले फिरे, ताकि ब्लड सर्कुलेशन सही रहे। साथ ही थोड़ी देर आराम भी करें।
. बीच-बीच में ड्राई फ्रूट्स खाती रहें। इससे शरीर में कमजोरी भी नहीं आएगी और भूख भी कंट्रोल होगी।