वास्तु शास्त्र में रंगों का बहुत ही महत्व होता है। रंग आपके घर की नकरात्मकता और सकरात्मकता पर गहरा असर डालते हैं। आज एक ऐसे ही रंग के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। नीला रंग आपके घर को ठंडक का एहसास करवाता है। बहुत से लोग इसका इस्तेमाल घर को सजाने के लिए करते हैं। तो चलिए जानते हैं इस रंग से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स..
किचन में न करें नीला रंग
किचन में नीले रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नीला रंग जहर को भी दर्शाता है। आपने ध्यान दिया होगा कि किचन में जब भी कोई चीज खराब हो जाती है तो उसका रंग नीला हो जाता है। यह आपकी किचन को नकरात्मक एनर्जी दे सकता है। इसलिए किचन में इस रंग का परहेज नहीं करना चाहिए।
फर्श की दीवार और टाइल्स
मार्केट में अलग-अलग तरह की टाइल्स देखने को मिलती है। लेकिन बहुत से लोग नीले रंग की टाइल्स का इस्तेमाल घर के लिए करते हैं। वास्तु के मुताबिक यदि आपका घर उतर मुखी है तो ही आप नीले रंग की टाइल्स का फर्श और दीवार पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
पैसों की अलमारी
यहां पर आप पैसे रखते हैं उस अलमारी में भी नीले रंग का इस्तेमाल न करें। नीला रंग लिक्विडिटी को दर्शाता है। अलमारी में नीले रंग का इस्तेमाल करने से पैसा कभी भी एक जगह नहीं ठहरता और आपको पैसे से जुड़ी समस्याओं का आपको सामना करना पड़ सकता है।
दक्षिण दिशा में न करें इस्तेमाल
नीला रंग पानी का रंग ही माना जाता है। इस रंग की दिशा उतर मानी जाती है। वास्तु के अनुसार, इसे कभी भी दक्षिण दिशा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे घर में कलह-कलेश का माहौल बना रहता है। पति-पत्नी के संबंध में भी कड़वाहट आती है। घर के मुखिया को भी सेहत से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्व दिशा में न करें इस्तेमाल
वास्तु में पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा माना जाता है। सूर्य स्वभाव से थोड़े गर्म होते हैं। इसलिए इस दिशा में कभी भी नीले रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पूर्व दिशा की सारी दीवार पर कभी भी नीला रंग नहीं करना चाहिए।