देश में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। ओमिक्रॉन वायरस के मामले डेल्टा के मुकाबले दोगुना तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में भीड़ ना हो इसके लिए हल्के लक्षण वाले लोगों को घर पर ही होम आइसोलेट होने की सलाह दी जा रही है। गंभीर लक्षण वाले लोगों को तो अस्पताल में भर्ती करना होगा लेकिन हल्के या मध्यम लक्षण वाले मरीज घर में रहकर (होम आइसोलेशन) भी इलाज कर सकते हैं। मगर, होम आइसोलेशन में रहते हुए भी कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। चलिए आपको बताते हैं कि होम आइसोलेशन में रहते हुए कोरोना पेशेंट कैसे रखें अपना ख्याल...
कोविड पेशेंट हैं तो ये एहतियात बरतें
1. खुद को परिवार के बाकी सदस्यों से अलग कर लें। खासकर छोटे बच्चे व बुजर्ग से तो उनसे दूरी बना लें। मरीज के लिए एक अलग टॉयलेट की सुविधा भी होनी चाहिए।
2. ऐसे कमरे में रहें क्रॉस वेंटिलेशन होती हो यानि ताजी हवा और धूप आती हो। सुबह-शाम कुछ देर के लिए खिड़कियां भी खोल दें।
3. तीन लेयर वाला मेडिकल मास्क या N95 मास्क पहनें और हर 6-8 घंटे के भीतर मास्क को बदल दें। मरीज की देखभाल करने वाला व्यक्ति भी एन-95 मास्क पहनें।
4. यूज किए मास्क को बारीक काटकर किसी पॉलिथीन में 72 घंटे तक रखें, फिर बाद में फेंके।
5. मरीज ज्यादा से ज्यादा आराम करें। तरल पदार्थ ज्यादा लें और हैल्दी आहार लेता रहें। आइसोलेशन के दौरान शराब, स्मोकिंग का सेवन ना करें।
6. कम से कम 40 सेकंड तक साबुन से हाथ धोएं या एल्कोहल बेस्ड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
7. मरीज के बर्तन, तौलिया, चादर, कपड़े व पर्सनल सामान अलग रखें और किसी और को इस्तेमाल ना करने दें, ताकि परिवार के अन्य सदस्यों को इंफेक्शन ना हो।
8. जिन जगहों पर मरीज के हाथ लगे जैसे डोरबैल, दरवाजे के हैंडल, टेबल आदि को बार-बार डेटॉल से साफ करते रहें।
9. ऑक्सीजन लेवल, टेम्परेचर और पल्स को बार-बार चेक करते रहें। ध्यान रखें कि शरीर का तापमान 100 फॉरेनहाइट से ज्यादा ना हो। साथ ही ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन का स्तर चेक करें। ऑक्सीजन लेवल SpO2 रेट 94% से कम नहीं होना चाहिए। अगर आपको कोई दूसरी बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह लेकर उसका इलाज भी साथ-साथ जारी रखें।
डॉक्टर की सलाह का पालन करें और नियमित रूप से दवाइयां लेते रहें। इसके अलावा मरीज को अन्य लक्षण महसूस करें तो डॉक्टरी सलाह जरूर लें।