बाबा बर्फानी की पवित्र यात्रा का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। जम्मु-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भगवती नगर यात्री निवास आधार शिविर से रवाना होगा। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुचारू यात्रा के लिए व्यापक व्यवस्था की है। आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होने वाली बाबा अमरनाथ की यात्रा श्रावण पूर्णिमा तक चलती है।
वहीं अमरनाथ यात्रा करने के इच्छुक श्रद्धालुओं का ऑफलाइन पंजीकरण करने के लिए टोकन वितरण की सुविधा भी शुरू हो गई है। अमरनाथ स्थित गुफा मंदिर में शिवलिंग के दर्शन के लिए 52 दिवसीय इस तीर्थयात्रा की शुरुआत 29 जून से होगी। समुद्रतल से 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस गुफा तक पहुंचने के लिए दो मार्गों से यात्रा की जाती है। पहला रास्ता अनंतनाग में 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग है जबकि दूसरा रास्ता गंदेरबल में 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग है। यह मार्ग छोटा है लेकिन इसमें खड़ी चढ़ाई है।
पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर के अंदर बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले सैकड़ों तीर्थयात्रियों ने जम्मू में ऑफलाइन अमरनाथ पंजीकरण के लिए अपने टोकन प्राप्त करने के लिए घंटों इंतजार किया था। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पहलगाम और बालटाल मार्गों पर तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए कुल 12 यानी छह-छह काउंटर और अलग-अलग प्रतीक्षालय बनाये गये हैं।
तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए तीनों पंजीकरण केंद्रों पर अलग-अलग पूछताछ काउंटर बनाये गये हैं। पंजीकरण केंद्र रोजाना सुबह छह बजे खुलेंगे और तब तक बंद नहीं किये जाएंगे जब तक कि दैनिक कोटा पूरा नहीं हो जाता। वहीं अधिकारियों ने अमरनाथ पवित्र यात्रा के लिए यात्री निवास में आने वाले तीर्थयात्रियों को सभी सुविधाएं और सेवाएं निर्बाध रूप से प्रदान करने के निर्देश जारी किये हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस साल, प्रशासन और सुरक्षा बलों ने तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन के लिए विशेष व्यवस्था की है। राष्ट्रीय राजमार्ग, गुफा मार्गों और आधार शिविरों पर सैनिकों की पर्याप्त तैनाती के अलावा, निगरानी बनाए रखने के लिए तकनीक का अधिकतम उपयोग भी किया जा रहा है।
तीर्थयात्रियों की परेशानी मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने गुफा मंदिर की ओर जाने वाली सड़क को उन्नत किया है। इस बीच अमरनाथ यात्रा को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर यातायात पुलिस ने गुरुवार को यातायात की आवाजाही पर प्रतिबंध की घोषणा की। ये प्रतिबंध 28 जून से 19 अगस्त के बीच लागू रहेंगे। पर्यटकों और यात्रियों सहित आम लोगों से अनावश्यक असुविधा से बचने के लिए निर्देशों का सख्ती से पालन करने तथा अपनी यात्रा की योजना उसी के अनुसार बनाने का आग्रह किया है।
यात्रा के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
-यात्रा के दौरान नशे वाली चीज, धुम्रपान, दर्द निवारक गोली का सेवन न करें।
-बैग में जरुरत के लिए छत्तरी, रेनकोट जरुर रखें, एक दम मौसम खराब होने पर बारिश हो सकती हैं।
-पहाड़ों के किनारे पर खड़े होकर फोट्स न क्लिक करें।
- उन स्थानों पर न रुकें, यहां चेतावनी के बोर्ड लगे हों।
-यात्रा के दौरान ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करें, स्लीपर या नंगे पांव यात्रा न करें।
-यात्रा के दौरान हरी सब्जी, दाल, कड़ी, फ्रूट, प्लेन चावल, रोटी, इडली, सांभर, पोहा, चाय, कॉफी, जूस जैसी हेल्दी चीजों का सेवन करें।
-डॉक्टर से राय लेकर अपने साथ जरुरत के लिए कुछ दवाईयां जरुर लेकर जाएं।