नारी डेस्क: ब्रेन स्ट्रोक आज कल के समय में काफी ज्यादा होने लगे हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह ब्रेन में ब्लड का फ्लो सही ढंग न हो पाना होता है। ब्रेन में सही तरीके से ब्लड की सप्लाई नहीं होगी तो ये आपके लिए काफी जानलेवा साबित हो सकता है। दरअसल, ब्रेन तक खून सही तरीके से नहीं पहुंच पाएगा तो ऑक्सीजन में भी नहीं पहुंचेगा, जिसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक जैसी दिक्क्तें हो सकते सकती हैं। ऐसे में हम आपको आज कुछ ऐसे संकेत बताने जा रहे हैं जो ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले या ब्रेन में स्लो ब्लड सर्कुलेशन के दौरान बॉडी में दिखने लगते हैं। ऐसे में आप समय रहते इससे बचाव कर पाएंगे।
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण -
1- कमजोरी महसूस होना
आपको अगर ब्रेन स्ट्रोक आने वाला है, तो फिर आपको कमजोरी महसूस होगी। इससे आपके हाथ पैर सुन्न हो जाएंगे। ऐसे लक्षण नजर आएं तो आप डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
2- धुंधला नजर आना
ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले आपको धुंधला नजर आ सकता है। ऐसे लक्षणों को आपको नजरअंदाद नहीं करना चाहिए। स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले अचानक कंफ्यूजन होने लगती है।
3- अचानक चीजों को याद करने में परेशानी होना
ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले आपको चीजें याद करने में परेशानी होती है। साथ ही बोलने में भी परेशानी होती है. ऐसे लक्षणों को आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
4- बॉडी को बैलेंस करने में दिक्कत
स्ट्रोक आने के 7 दिन पहले आपको बॉडी को बैलेंस करने में दिक्कत होती है। इससे आप कई बार गिर जाते हैं। इससे आपकी याददाश्त कमजोर होती है। ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले चक्कर आने लगता है।
5- सिर में तेज दर्द या चक्कर आना
आपके सिर में अचानक से बहुत तेज दर्द होने लगना और ऐसा लगना कि आप बेहोशी या चक्कर महसूस कर रहे हैं। ये सिर दर्द लंबे समय तक भी रह सकता है या बार-बार हो सकता है। बिना किसी कारण के अचानक से सिर का दर्द लो ब्लड सर्कुलेशन का संकेत है, जिसकी वजह से आगे जा कर ब्रेन स्ट्रोक की परेशानी हो सकती है।
ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने के उपाय
शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम, हेल्दी डाइट का सेवन करना जरूरी है। ब्लड सर्कुलेशन ठीक रखने के लिए एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ग्रीन टी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा नारियल तेल, जैतून के तेल और बादाम के तेल से शरीर की मसाज करने से भी ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। डाइट में हरी सब्जियां, अनाज और प्रोटीन युक्त फूड्स को शामिल करें और समय रहते डॉक्टर से सलाह जरूर लें।