बांग्लादेश को वैसे को काफी पिछड़ा हुआ देश माना जाता है। लेकिन यहां पर अब एक ट्रांसजेंडर ने कुछ ऐसा किया है जिसे इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा। जी हां, बंग्लादेश में कल यानी 7 जनवरी को चुनाव थे, जिसमें पहली बार एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार मैदान पर उतरा। अनवारा इस्लाम रानी एकमात्र ट्रांसजेंडर दावेदार बन गई हैं, जोकि चुनावी दौड़ में आगे आई हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इन चुनावों में प्रधानमंत्री शेख हसीना लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ रही है। आम चुनावों से विपक्षी पार्टियों के बहिष्कार की वजह से पीएम शेख हसीना की जीत तकरीबन तय मानी जा रही है। इसकी एक बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि इस बार के चुनाव में प्रमुख विपक्षी दल, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) समेत कुल 7 दल हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
बांग्लादेश में कितने हैं ट्रांसजेंडर वोटर्स
बता दें आम चुनाव में अनवारा का इस तरह से मैदान में उतरना ऐतिहासिक माना जा रहा है। देश भर में 849 ट्रांसजेंडर वोटर रजिस्टर्ड हैं। रानी ने देश के उत्तरी क्षेत्र, रंगपुर- 3 से नामांकन दाखिल किया है। उनकी उम्मीदवारी को समावेशिता में एक बड़ी प्रगति के तौर पर देखा जा रहा है। उनके चुनाव लड़ने को मान्यता बांग्लादेश चुनाव सचिवालय के अतिरिक्त सचिव अशोक कुमार देबनाथ ने दी है। वहीं अतिरिक्त सचिव देबनाथ का भी कहना है कि बांग्लादेशी इतिहास में यब पहला चुनाव होगा जब ट्रांसजेंडर उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा।
44 दलों में सिर्फ 28 दल होंगे सक्रिय
इस चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों के 1972 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसमें 120 मिलियन लोग मतदान कर जनप्रतिनिधि को चुनने का काम करेंगे। इस बार के आम चुनाव में 44 रजिस्टर्ड राजीनितक दलों में से सिर्फ 28 दल ही सक्रिय रूप से चुनावी समर में उतरे हैं।