भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाली दालचीनी सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि यह सेहत के लिए भी रामबाण औषधी हैं। आयुर्वेद के अलावा दालचीनी का इस्तेमाल एलोपैथी दवाओं में भी किया जाता है। एंटी-ऑक्सीडेंट व इंफ्लामेंट्री गुणों से भरपूर दालचीनी हल्के सर्दी जुकाम से लेकर जोड़ों के दर्द में काफी फायदेमंद है। चलिए आज हम आपको दालचीनी के कुछ ऐसे फायदे बताते हैं, जिसे जानने के बाद आप भी इसका इस्तेमाल शुरू कर देंगे।
दालचीनी की न्यूट्रिशन वैल्यू
1 बड़े चम्मच (7.8 g) दालचीनी में 19 कैलोरी, 0.1 फैट, 0.8 mg सोडियम, 33.6 mg पोटेशियम, 2% कार्बोहाइड्रेट्स, 16% डायटरी फाइबर, 0.2 g शुगर, 0.3 g प्रोटीन, 7% कैल्शियम, 3% आयरन और 1% मैगनीशियम होता है।
दालचीनी की तासीर
दालचीनी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका इस्तेमाल सर्दियों में ज्यादा किया जाता है। मगर, गर्मी में भी सेवन किया जा सकता है लेकिन लिमिट में नहीं तो इससे किडनी को नुकसान हो सकता है।
दालचीनी की चाय बनाने की विधि
1 कप पानी में 1 टीस्पून दालचीनी पाउडर या 1 छाल डालकर 10-15 मिनट तक उबालें। चाय उबल जाए तो इसमें शहद मिलाकर पीएं। आप चाहें तो इसमें बर्फ के टुकड़े डालकर आईस टी की तरह भी पी सकते हैं।
चलिए अब आपको बताते हैं इसके फायदे...
सर्दी-जुकाम
दालचीनी, लौंग व शहद का काढ़ा बनाकर दिन में 2 बार पीएं। इससे सर्दी-जुकाम, गले में खराश, खांसी से आराम मिलेगा।
अस्थमा
दालचीनी का सेवन अस्थमा के साथ ब्रोंकाइटिस के इलाज में भी मददगार है। आप इसे भोजन में यूज करने के साथ काढ़े के रूप में भी ले सकते हैं।
बेहतर पाचन क्रिया
1 कप गर्म पानी में 1 टीस्पून दालचीनी पाउडर उबालें। भोजन के बाद इसका सेवन करने से पाचन संबंधी सभी समस्याएं दूर होंगी।
ब्लड शुगर व प्रेशर कंट्रोल
रोजाना 1 से 6 ग्राम दालचीनी का सेवन ब्लड शुगर ही नहीं बल्ड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। साथ ही इससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।
वजन घटाए
1 कप गर्म पानी में 1 छोटा चम्मच दालचीनी, 1 छोटा चम्मच शहद और 1 छोटा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीएं। रोजाना ऐसा करने से आपको कुछ दिन में ही बेहतर रिजल्ट मिलेगा।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल
इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रित रहता है, जिससे हार्ट अटैक व स्टोक के साथ दिल की बीमारियों का खतरा भी कम रहता है। यही नहीं, इसमें मौजूद कैंसररोधी गुण आपको कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी बचाते हैं।
तनाव को करे दूर
दालचीनी व शहद का काढ़ा बनाकर पीने से तनाव दूर होता है। यही नहीं, दालचीनी तेल को दिन में 2 बार सूंघने से स्मरण शक्ति भी तेज होती है।
गठिया दर्द से राहत
3-4 बूंदे दालचीनी तेल और नारियल तेल को गुनगुना करके जोड़ों की मालिश करें। इससे दर्द भी गायब हो जाएगा और हड्डियां भी मजबूत होगी।