बच्चों के लिए अच्छी आदतें : छोटे बच्चे इतने प्यारे और मासूम होते हैं कि हर कोई उन्हें बुलाने या छूने की कोशिश करता है लकिन आजकल किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा नहीं किया जा सकता। कई बार बच्चों के साथ मेट्रो या बस में सफर करते वक्त अनजान व्यक्ति उन्हें बुलाने लगते हैं। बच्चे भी इतने मासूम होते हैं कि अनजान व्यक्ति से आराम से बातचीत कर लेते हैं और उनसे खाने की कोई भी चीज ले लेते हैं। इससे कई बार अनजान व्यक्ति के छुने से छोटे बच्चों को इंफैंक्शन हो जाती है और वे बीमार हो जाते हैं। ऐसे में हमेशा अपने बच्चों को अनजान लोगों के टच से बचा कर रखें।
बच्चे अक्सर घर से बाहर खेलते हैं और कई बार पड़ोस के लोग उन्हें प्यार से कुछ खाने के लिए दे जाते हैं जिससे बच्चो को इंफैक्शन या बुखार हो जाता है। अगर रोजाना वे ऐसा करें तो प्यार से अपने पड़ोसियों को समझा देना चाहिए कि बच्चे को यह चीजें पसंद नहीं हैं और इन सब पर बेकार पैसे खर्च न करें। ऐसे बहाना बना कर बच्चों को बीमार होने से बचा सकते हैं।
यात्रा के दौरान या किसी सार्वजनिक जगह पर कोई अनजान आपके बच्चे के साथ दोस्ती करे और बातों में लगा कर उसे कुछ खाने के लिए दें तो ऐसे में बच्चे को तुरंत अपने पास खींच लें। दूसरे व्यक्ति को कहीं बुरा न लग जाए तो ऐसे में वहां चालाकी से बात करें कि डॉक्टर ने बच्चे को मीठा खाने से मना किया है।
बच्चों को सेफ रखने के लिए मां के अंदर अपने आप ही सेंस आ जाती है जिससे बच्चों के ऊपर आने वाली परेशानी के बारे में पहले ही पता लग जाता है। ऐसे में रैस्टोरेंट या शॉपिंग वाली जगह पर किसी अनजान पर शक हो तो अपने बच्चे को उससे दूर कर लें।
बच्चों को अच्छे संसकारों के साथ न कहना भी सिखाएं। यह बच्चों को दूसरों से बचाने का आसान तरीका है। जब भी उन्हें कहीं बाहर घुमाने के लिए ले जाएं तो पहले ही समझा दें कि किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ ज्यादा घुले-मिले नहीं और अगर कोई खाने की चीज दे या छुने की कोशिश करे तो तुरंत मना कर दे जिससे बच्चा अापके बिना भी सुरक्षित रहेगा।