साल 2021 शुरू होते ही कोरोना वैक्सीन को लेकर एक खुशखबरी सामने आ रही है। दरअसल, WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक (BioNTech) की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब दुनियाभर के देशों में फाइजर की वैक्सीन के इस्तेमाल किए जाने का रास्ता खुल गया है। वहीं, भारत में भी आप बैठक करके वैक्सीन के इमरजेंसी यूज पर बड़ा फैसला लिया जाएगा।
WHO ने कहा है कि उन्होंने पूरी जांच और टेस्ट के बाद ही वैक्सीन को 'इमरजेंसी यूज' की मंजूरी दी है। वैक्सीन की 'इमरजेंसी यूज लिस्टिंग' प्रॉसेस पर काम किया जा रहा है। इसके मुताबिक, इमरजेंसी वैक्सीन कोदुनियाभर के देशों में आसानी से यूज किया जा सकेगा।
भारत में भी होगी वैक्सीन की मंजूरी पर बड़ी बैठक
देश की ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी का कहना है कि कोरोना के लिए जल्द ही स्वदेश निर्मित वैक्सीन आ सकती है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना के खात्मे के लिए वैक्सीनेशन की तैयारियां आखिरी चरण में हैं। जल्दी ही लोगों को भारत में बनाई वैक्सीन लगाई जाएगी। CDSCO की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी वैक्सीन के इमरजेंसी अप्रूवल को लेकर आज बड़ी बैठक करेगी, जिसके बाद ही किसी भी नतीजे पर पहुंचा जाएगा।
कई देशों ने दी फाइजर वैक्सीन को मंजूरी
बता दें कि इससे पहले अमेरिका ब्रिटेन में फाइजर व बायोएनटेक की वैक्सीन का टीकाकरण शुरु किया जा चुका है। इसके अलावा यूरोपीय यूनियन, सऊदी अरब, इजरायल समेत कई देशों ने फाइजर वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी।
ट्रायल में पाई गई 90% असरदार
गौरतलब है कि फाइजर की वैक्सीन ट्रायल में 90% असरदार पाई गई, जिसके बाद ब्रिटेन और अमेरिका में इसका वैक्सीनेशन शुरू कर दिया था। हालांकि कुछ लोगों के लिए वैक्सीन सुरक्षित नहीं है इसलिए कमजोर इम्यूनिटी, लंग्स व हार्ट मरीज, टीनएज बच्चों, प्रेगनेंसी को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। इसके अलावा जिन्हें पिछले टीकों से एलर्जी की शिकायत हुई हो उन्हें भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी।