गणेश जी को सबसे देवताओं में श्रेष्ठ माना जाता है। किसी भी शुभ काम को करने से पहले विघ्नहर्ता की पूजा की जाती है। इसके अलावा गणेश चतुर्थी का कार्यक्रम भी हिंदू धर्म में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर घरों में गणेश जी की स्थापना की जाती है। बप्पा पूरे 10 दिनों तक भक्तों के साथ उनके घर में रहते हैं। वास्तु शास्त्र में भी विघ्नहर्ता को बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। घर में गणेश की प्रतिमा कई वास्तु दोष दूर करती है। अगर आप भी इस बार गणेश की मूर्ति अपने घर में स्थापित करने वाले हैं तो इन वास्तु टिप्स का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है। तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे आप घर में गणेश की कैसी मूर्ति रख सकते हैं...
घर के मुख्य द्वार पर
घर के मुख्य द्वार पर भी गणेश जी की प्रतिमा रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि मुख्य द्वार पर श्रीगणेश जी की प्रतिमा लगाने से घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है। इसके अलावा घर में खुशियां और बरकत भी बनी रहती है।
उत्तर मुखी या दक्षिणमुखी घर में लगाएं प्रतिमा
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, यदि आपका घर उत्तरमुखी या दक्षिण मुखी है तो ही गणेश जी की प्रतिमा मुख्य द्वार पर लगाएं। लेकिन यदि आपका घर पश्चिम दिशा में है तो मुख्य द्वार में मूर्ति न लगाएं।
ऐसी प्रतिमा लगाएं
घर के अंदर आप दक्षिणवर्ती सूंड (जिसमें गणेश जी का मुख दक्षिण दिशा में हो) वाली प्रतिमा लगा सकते हैं। घर के बाहर आप वामवर्ती सूंड ( जिसमें गणेश बाएं हाथ की ओर सूंड हो) प्रतिमा लगा सकते हैं। लेकिन दोनों ही परिस्थितियों में आप गणेश जी की बैठी हुए प्रतिमा ही घर में स्थापित करें। खड़े हुए गणेश जी की प्रतिमा आप वर्कप्लेस में रख सकते हैं।
चौकी पर जरुर बिछाएं लाल कपड़ा
जब भी आप बप्पा की मूर्ति घर में स्थापित करें तो चौकी पर लाल कपड़ा जरुर बिछाएं। वास्तु मान्यताओं के अनुसार, लाल कपड़ा चौकी पर बिछाना शुभ माना जाता है।
सफेद रंग की मूर्ति होती है शुभ
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, घर में सफेद रंग की प्रतिमा रखना बहुत ही शुभ मानी जाती है। इससे आपके घर में खुशहाली आती है। सफेद रंग की मूर्ति घर में शांति और समृद्धि लाती है।