ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में साफ-सफाई न हो वहां मां लक्ष्मी वास नहीं करती। घर साफ सुथरा होने से न सिर्फ धन की देवी की कृपा बनी रहती है बल्कि घर में पॉजिटिव एनर्जी का आगमन भी होता है। इसके साथ ही साफ-सफाई से सेहत और परिवार के सदस्यों की तरक्की भी प्रभावित होती है। इसलिए वास्तु शास्त्र में घर की साफ-सफाई को लेकर कई नियम बताए गए हैं। मान्यताओं के अनुसार, यदि इन नियमों का पालन किया जाए तो आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। तो चलिए आज आपको बताते हैं साफ-सफाई से जुड़े कुछ नियम...
बाथरुम रखें साफ
घर में बाथरुम को हमेशा साफ रखें यहां पर कभी भी जाले न लगने दें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि बाथरुम में किसी तरह का वास्तु दोष है तो एक कटोरी में नमक भरकर रखें। हर हफ्ते के बाद यह नमक बदलते रहें । इससे घर का वास्तु दोष दूर होता है।
पोंछा वाले पानी में डालें नमक
वास्तु जानकारों के अनुसार, घर की नेगेटिविटी और वास्तु दोष को दूर करने के लिए हफ्ते में एक दिन पोंछे के पानी में समुद्री नमक जरुर डालें। इससे घर की नेगेटिविटी दूर होती है परंतु इस बात का ध्यान रखें कि गुरुवार वाले दिन नमक वाले पानी का पोंछा न लगाएं।
साफ रखें घर के कोने
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद सारे कोनों को हमेशा साफ रखें। मान्यताओं के अनुसार, घर की उत्तर दिशा, ईशान कोण को बिल्कुल साफ रखना चाहिए क्योंकि यह दिशा धन के देवता कुबेर के मानी जाती है। इसलिए ईशान कोण, उत्तर दिशा, वायव्य कोण को हमेशा खाली और साफ ही रखें।
इस समय न करें घर की सफाई
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कभी भी ब्रह्ममुहूर्त और सूर्यास्त के समय झाड़ू नहीं मारना चाहिए। झाड़ू लगाने का सही समय ब्रह्ममुहूर्त के बाद या फिर सूर्यास्त के पहले का ही माना जाता है। यदि किसी वजह से आपको झाड़ू लगाना पड़ता है तो कूड़ा हमेशा सुबह के समय या फिर रात में ही फेंके। रात में कूढ़े का ढेर बनाकर एक तरफ रख दें। मान्यताओं के अनुसार, रात के समय झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
छत पर न रखें कबाड़
घर की बालकनी या फिर छत में कबाड़ नहीं रखना चाहिए। छत या बालकनी में टूटी-फूटी चीजें इकट्ठी न करें। इससे घर में निर्धनता आती है।