नारी डेस्क: अमेरिकन सिंगर, एक्ट्रेस, प्रोड्यूसर और बिजनेसवुमेन सेलेना गोमेज के गानों की दुनिया दीवानी है। अपने गानों से लोगों को झूमने के लिए मजबूर करने वाली सिंगर बेहद बड़े दर्द से गुजर रही है। "ओनली मर्डर्स इन द बिल्डिंग" स्टार सेलेना गोमेज़ ने खुलासा किया है कि वह अपना बच्चा नहीं कर सकती। अपनी बीमारियों के कारण वह मां बनने के सुख से वंचित रह जाएंगी।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, Selena Gomez ने हाल ही में वैनिटी फेयर को दिए इंटरव्यू में ये खुलासा किया कि वो खुद के बच्चों को जन्म नहीं दे पाएंगी। उन्होंने कहा- " दुर्भाग्य से मैं अपने बच्चों को जन्म नहीं दे सकती। मुझे कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, जो मेरे और बच्चे के जीवन को खतरे में डाल सकती हैं। यह कुछ ऐसा था जिसका मुझे कुछ समय तक शोक करना पड़ा," ।
Selena ने बताया कि 2015 में उसे ल्यूपस होने का पता चला, एक ऐसी बीमारी जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊतकों और अंगों पर हमला करती है। अगले साल उसे चिंता और अवसाद होने का भी पता चला। 2017 में, ल्यूपस के कारण उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। उन्होंने मेंटल प्रॉब्लम बाइपोलर डिसऑर्डर के बारे में भी खुलासा किया था। उनकी डॉक्युमेंट्री 'माई माइंड एंड मी' में इस बारे में दिखाया गया है।
गोमेज़ ने कहा कि वो सरोगेसी या फिर बच्चे को गोद लेने पर विचार कर सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मां और पूर्व स्टेज एक्टर मैंडी टेफ़े को भी गोद लिया गया था। सिंगर ने कहा- "भले ही मेरी यात्रा अलग हो, लेकिन मैं एक दिन मां बनूंगी।यह जरूरी नहीं है कि जिस तरह से मैंने इसकी कल्पना की थी। मुझे लगा कि यह वैसे ही होगा जैसा कि सभी के साथ होता है। लेकिन मैं इससे बहुत बेहतर स्थिति में हूँ। मुझे यह एक आशीर्वाद लगता है कि ऐसे अद्भुत लोग हैं जो सरोगेसी या गोद लेने के लिए तैयार हैं, जो मेरे लिए दोनों ही बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। "
जानिए ल्यूपस के बारे में
ल्यूपस (Lupus) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका मतलब है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपने ही स्वस्थ ऊतकों और अंगों पर हमला करती है। सामान्य स्थिति में, प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर को हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से बचाती है, लेकिन ल्यूपस में यह प्रणाली शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे कि जोड़ों, त्वचा, गुर्दों, हृदय, फेफड़ों, मस्तिष्क और रक्त कोशिकाओं पर हमला करना शुरू कर देती है।
ल्यूपस के लक्षण
ल्यूपस के लक्षण व्यक्ति-व्यक्ति पर निर्भर करते हैं और हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। इसके लक्षण आमतौर पर समय-समय पर प्रकट होते हैं और फिर शांत हो जाते हैं (उभरते और शांत होते रहते हैं)।
- थकान
- बुखार
- जोड़ों में दर्द और सूजन
- त्वचा पर लाल चकत्ते, खासकर चेहरे पर जिसे "बटरफ्लाई रैश" कहते हैं (नाक और गालों पर)
- बालों का झड़ना
- छाती में दर्द
- सांस की तकलीफ
- आंखों में सूजन
- हाथों और पैरों में सूजन
- सनलाइट के प्रति संवेदनशीलता
ल्यूपस के कारण
ल्यूपस के सही कारण अभी तक पूरी तरह से ज्ञात नहीं हैं, लेकिन यह माना जाता है कि यह बीमारी आनुवंशिक, पर्यावरणीय और हार्मोनल कारकों के संयोजन से होती है। कुछ लोगों में ल्यूपस होने का जोखिम इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि उनके परिवार में किसी को यह बीमारी होती है। सूरज की किरणें, संक्रमण, और कुछ दवाएं भी ल्यूपस को ट्रिगर कर सकती हैं। महिलाओं में यह बीमारी पुरुषों की तुलना में अधिक होती है, इसलिए माना जाता है कि हार्मोन, खासकर एस्ट्रोजन, ल्यूपस को प्रभावित कर सकते हैं।
ल्यूपस का इलाज
ल्यूपस का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए दवाओं और जीवनशैली में बदलाव का इस्तेमाल किया जाता है। इसके उपचार का लक्ष्य लक्षणों को कम करना, सूजन को नियंत्रित करना और अंगों को नुकसान से बचाना है। पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम से रोग को नियंत्रित किया जा सकता है। ल्यूपस एक गंभीर और जीवनभर चलने वाली बीमारी हो सकती है, लेकिन सही उपचार और सावधानी से इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।