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भूल जाते हैं बातें, सामने रखी चीज नहीं आती नजर ?  तो आपके दिमाग पर भी छा गया है कोहरा

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 07 Dec, 2024 09:54 AM
भूल जाते हैं बातें, सामने रखी चीज नहीं आती नजर ?  तो आपके दिमाग पर भी छा गया है कोहरा

नारी डेस्क:  ब्रेन फॉग (मस्तिष्क धुंध) कोई चिकित्सा स्थिति नहीं है, बल्कि एक स्थिति है जिसमें व्यक्ति मानसिक रूप से थका हुआ, भ्रमित, और ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ महसूस करता है। इसमें व्यक्ति का दिमाग नॉर्मल से कम तेजी से रिएक्ट या रिस्पॉन्स करता है। इसे मानसिक स्पष्टता में कमी के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिससे याददाश्त, सोचने की क्षमता और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से 

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ब्रेन फॉग के लक्षण

याददाश्त की समस्या: छोटी-छोटी बातों को भूल जाना या चीजें याद करने में कठिनाई।

ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई: किसी काम पर फोकस बनाए रखना मुश्किल।

भ्रम की स्थिति: मानसिक रूप से अस्पष्टता महसूस करना।

मानसिक थकान: बिना किसी शारीरिक श्रम के थका हुआ महसूस करना।

धीमी सोच: सामान्य से अधिक समय लगना जानकारी को समझने और निर्णय लेने में।


ब्रेन फॉग के कारण

यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे:

जीवनशैली संबंधी कारण:पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद न लेना, पोषक तत्वों की कमी या ज्यादा शुगर का सेवन, लंबे समय तक तनाव में रहना।

चिकित्सीय स्थितियां: थायरॉइड समस्याएं, ऑटोइम्यून बीमारियां जैसे- ल्यूपस या मल्टीपल स्क्लेरोसिस। अनियंत्रित ब्लड शुगर भी इसका कारण बनता है। कुछ एंटी-एलर्जी, एंटी-डिप्रेशन या दर्द की दवाएं भी स्थिति को गंभीर कर सकती है। 

मानसिक स्वास्थ्य : डिप्रेशन और एंग्जायटी,पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD), गर्भावस्था, मेनोपॉज, या थायरॉइड असंतुलन के कारण भी समस्याएं पैदा होती हैं। लाइम रोग जैसी पुरानी बीमारियां भी एक कारण है। 

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जीवन पर प्रभाव

- ध्यान केंद्रित न कर पाने से गलतियां हो सकती हैं।

- भूलने की आदत या भ्रम संबंधों को प्रभावित कर सकती है।

-लगातार थकान से निराशा और चिड़चिड़ापन हो सकता है।

ब्रेन फॉग से बचाव और उपचार

जीवनशैली में बदलाव : 7–9 घंटे की पर्याप्त नींद लें। पोषण से भरपूर संतुलित आहार खाएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें। 

शारीरिक गतिविधियां: नियमित व्यायाम मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होता है। ध्यान, योग या माइंडफुलनेस का अभ्यास करें।

चिकित्सकीय परामर्श  यदि समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर से परामर्श लें। दवाइयों की समीक्षा कराएं। यदि ब्रेन फॉग लंबे समय तक बना रहे या आपके जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करे, तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

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