ठंड का मौसम सिर्फ इंसान के लिए नहीं जानवरों के लिए कई परेशानियां लेकर आता है, लेकिन ये बेजुबान अपने दर्द को बयां नहीं कर पाते। यदि आपके घर भी कोई पालतू कुत्ता है तो उसकी पहले से ज्यादा देखभाल करने की जरुरत है। क्योंकि इंसान की तरह इनके भी दिल की धड़कनें तेज हो जाती है। अत्यधिक गर्मी व सर्दी में डाॅगी के हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में एक जिम्मेदार पालक की तरह आपको अपने डॉग की सेहत, कपड़े और अनावश्यक बाहरी गतिविधियों पर ध्यान देना होगा।
किसे है ज्यादा खतरा
-सर्दी के मौसम में डॉग में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं।
-बारिश में अगर डॉग भीग जाता है तो भी उसे यह समस्या हो सकती है।
-जिन डॉग्स के बाल छोटे होते हैं, वह सर्दी की चपेट में आते हैं अधिक
-दिल पर भी हो सकता है इसका असर
इन ब्रीड्स को भी आती है परेशानी
वैसे तो सर्दी किसी के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है लेकिन कुछ ब्रीड्स हो केयर की ज्यादा जरूरत होती है। जिन नस्ल के डॉग्स का सिर छोटा और नाक छोटी या चपटी होती है, उन्हे हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है। इसमें पग, बुलडॉग, बॉक्सर, मैस्टिफ, शिजु जैसे ब्रीड्स के डॉग शामिल होते हैं। इसके अलावा जिन डॉग्स के बाल छोटे होते हैं, वह भी सर्दी की चपेट में जल्दी आते हैं। लंबे बाल वाले डॉग्स भी सर्दी के कारण हार्ट अटैक का शिकार हो सकते हैं।
क्या हैं लक्षण
-खाना छोड़ना
-उल्टी होना
-सांस लेने में दिक्कत
-चुपचाप कोने में बैठे रहना
-तनाव में दिखना
खाने का रखें ध्यान
-पालतू जानवर को गरमी के मुकाबले ज्यादा भोजन दीजिए ।
-उन्हे दिन में कम से कम दो लीटर पानी पिलाएं।
-इससे उसके पेट में पानी बना रहेगा और उसे सर्दी नहीं लगेगी।
-उसे चावल आदि न दें।
-उसे ऐसी चीजें खाने को दें, जो गर्मी और ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा दें।
-उनके लिए रात को भी कुछ खाने को रखें।
इन बातों का रखें ख्याल
कमरे में कार्पेट या चदर पर ही डॉग को बैठाएं। आप उन्हें टाइट टी-शर्ट पहनाकर रखें। वॉक पर दोपहर को ही ले जाएं। सुबह या शाम डॉग काे वॉक पर ना ले जाएं। शीतलहर के इस दौर में डाॅग को नहलाने से बचना चाहिए। इसकी जगह आप पेट वाइप्स का इस्तेमाल कर उन्हें पोंछ सकते हैं या फिर बेबी वाइप्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।