कम उम्र के बच्चों को टोमेटो फ्लू होने का जोखिम अधिक है और यदि इसके प्रकोप को रोका तथा नियंत्रित नहीं किया जाता तो वयस्कों में भी संक्रमण फैल सकता है।‘द लांसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में यह चेतावनी दी गयी है । रिपोर्ट की मानें तो छोटे बच्चों को नैपी के इस्तेमाल, गंदी सतहों को छूने और चीजें सीधे मुंह में डालने से भी संक्रमण का खतरा है
सतर्क रहने की जरूरत
लांसेट की रिपोर्ट में दावा किया गया टोमेटो फ्लू होने का अधिक खतरा है, क्योंकि इस आयुवर्ग में वायरल संक्रमण सामान्य बात है और करीबी संपर्क से यह फैल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिग अगर बच्चों में टोमेटो फ्लू के प्रकोप को नियंत्रित नहीं किया जाता तो वयस्कों में भी संक्रमण फैल सकता है और गंभीर परिणाम आ सकते हैं। अध्ययन के अनुसार यूं तो यह बीमारी जानलेवा नहीं है, लेकिन कोविड-19 महामारी के खतरनाक अनुभव को देखते हुए इसके प्रकोप को रोकने के लिए सतर्कता के साथ प्रबंधन जरूरी है।
टोमेटो फ्लू के लक्षण
बुखार
थकान
शरीर में दर्द
चकत्ते जैसे लक्षण
जोड़ों में दर्द
थकावट
जोड़ों में सूजन
गले में खराश
टोमैटो फीवर 5 साल से कम उम्र के बच्चों पर असर दिखा सकता है। आमतौर पर 1 हफ्ते के भीतर इससे बच्चों को राहत मिल जाती है।
क्या है टोमेटो फ्लू
Tomato Flu एक वायरल बीमारी है जिसमें शरीर पर टमाटर के आकार जैसे फफोले हो जाते हैं। शुरुआत में फफोले लाल रंग के छोटे-छोटे होते हैं और फिर बड़े होने पर टमाटर के समान हो जाते हैं। प्राथमिक लक्षण अन्य वायरल संक्रमणों के समान हैं, जिनमें बुखार, चकत्ते और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। बुखार शुरू होने के एक या दो दिन बाद, छोटे लाल धब्बे दिखाई देते हैं, जो फफोले और फिर अल्सर में बदल जाते हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर
एसजीपीजीआई की पीडियाट्रिक विभाग की डॉक्टर रुपाली भट्टाचार्य की मानें तो अभी तक किसी भी बच्चे में इसका असर ज्यादा नहीं देखा गया है। इसलिए किसी को भी भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी है। उन्हें खान-पान और समय से दवाई खाने की सलाह देकर घर में रहने को कहा जा रहा है। डॉक्टर के मुताबिक, सही तरीके से देखभाल होने से बच्चे हफ्ते भर में पूरी तरह स्वस्थ हो जा रहे हैं।