आज International Yoga Day है तो इस मौके पर हम आपको योगा दीवा शिल्पा शैट्टी के 10 आसन बताएंगे जो अगर महिला अपनी डेली रुटीन में शामिल कर लें तो वह ताउम्र बीमारियों से दूर भी रहेंगी और सारा दिन एनर्जेटिक भी।
1 कपालभाति
शिल्पा रोजाना कपालभाति करती हैं तभी तो उनके चेहरे पर इतना ग्लो है। इसके अलावा कपालभाति प्राणायाम से ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है और बॉडी का मेटाबॉलिज्म भी अच्छा होता है।
2. वीरभद्रासन
वीरभद्रासन करने से अच्छे से स्ट्रेच करने मे मदद करता है और हाथ, पैर और कमर को मजबूती देता है। इससे आपकी बॉडी सारा दिन एक्टिव रहती है।
3. सेतुबंधासन
इस आसन को ब्रिज पोज भी कहा जाता है। इस आसन का अभ्यास करते समय शरीर पुल की आकृति बनाता है। इसलिए इसे सेतुबंधासन कहा जाता है। सेतुबंधासन एक ऐसा आसन है जो थॉयराइड, कमर दर्द और नर्वस सिस्टम सहित शरीर की कई अन्य समस्याओं को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
4. सूर्य नमस्कार
वैसे तो अगर आप शिल्पा की तरह रोजाना कम से कम 5 से 10 बार सूर्यानमस्कार करें तो आपको दूसरा किसी योगासन करने की जरूरत नहीं सूर्यानमस्कार करने से आप हैल्दी भी रहेंगे और खूबसूरती भी लाजवाब होगी।
5. गरुड़ासन
गरुड़ासन कमर, थाई, कंधे और पीठ के ऊपरी हिस्से में स्ट्रेच लाता है। शारीरिक संतुलन में भी सुधार लाने के लिए आप भी शिल्पा की तरह गरुड़ासन करें।
6. वशिष्ठासन
हाथों और पैरों की मजबूती के लिए शिल्पा वशिष्ठासन करती है। इससे पेट कम करने में भी मदद मिलती है।
7. नटराजन पोज
नटराजन शिव के तांडव नृत्य का प्रतीक है। इस योग मुद्रा को करने से शारीरिक बैलेंस बना रहता है। इस योग का अभ्यास खड़े होकर करना चाहिए।
8. कपोतासन
कपोतासन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है। अस्थमा और सांस संबंधी अन्य बीमारियों से बचने के लिए आप भी कपोतासन करें।
9 .पद्मासन
मन को शांत रखने के लिए शिल्पा पद्मासन का सहारा लेती है। यह बैठ कर की जाने वाला योग है जिसमें घुटने विपरीत दिशा में रहते हैं।
10 प्राणायाम
प्राणायाम करने से सांस संबधित रोग ठीक होते है साथ में शरीर कई अन्य बीमारियों से भी बचा रहता है।
11. एरियल योग
एरियल योग को एंटी ग्रैविटी योग भी कहते हैं। एरियल योग करने के लिए शरीर को सिल्क के फैब्रिक से बांध दिया जाता है। इसमें आप एक निर्धारित ऊंचाई में बंधे होते हैं। यह जमीन पर किए जाने वाले योग से थोड़ा अलग है। इससे कमर दर्द से राहत मिलती हैं। शरीर को पोजिटिव एनर्जी मिलती हैं।