कई महिलाओं के निप्पल काले रंग के होते हैं और वो इसको लेकर परेशान भी रहती हैं पर खुलकर बात नहीं करती। कई महिलाओं को ये भी लगती है कि ये परेशानी सिर्फ उनके साथ है, लेकिन बता दें ये सिर्फ आप नहीं है बल्कि कई सारी महिलाओं को इसे दिक्कत का सामना करना पड़ता है। निप्पल और एरोला रंग त्वचा की सामान्य रंगत से ही मेल खाते हैं, लेकिन कुछ कारणों की वजह से इनका रंग काला हो जाता है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
डार्क निप्पल्स का कारण
प्रेग्नेंसी
प्रेग्नेंसी में हार्मोन्स के उतार- चढ़ाव के चलते महिलाओं के शरीर में बहुत से चेंजेस आते हैं। इस दौरान शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है , इस वजह से निप्पल का रंग काला हो जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर होने पर भी निपल्स का रंग काला हो सकता है। कैंसर की वजह से निपल्स के अपीयरेंस और टेक्सचर में बदलाव आता है। वहीं काले रंग के साथ निपल्स में गांठ भी महसूस हो सकती है।
पुबर्टी
जब लड़कियां के यौवन का समय होता है, जिसे मेडिकल language में पुबर्टी कहते हैं, तब भी लड़कियों के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके चलते ये बदलाव देखने को मिलता है।
ब्रेस्टफीडिंग
जब कोई महिला मां बनती है तो मिल्क प्रोडक्शन के लिए औरतों के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे ये समस्या हो सकती है।
कंट्रासेप्शन
वहीं अनवांटेड हाटने के लिए ली गई कंट्रासेप्शन के कारण में कई सारे बदलाव होते हैं और निप्लस भी काले हो जाते हैं।
ये घरेलू नुस्खे आएंगे काम
1. दही, शहद और नींबू को मिक्स करके पेस्ट बनाएं और इसका 15 मिनट के लिए लगाएं। गुनगुने पानी से धो लें।
2. बादाम का पेस्ट और कच्चा दूध को मिलाकर 15 मिनट तक लगाएं। इसके बाद ताजे पानी में कपड़े भिगोकर साफ कर लें। इससे निप्पल का रंगत में आपको फर्क दिखेगा।
3. रोज रात को सोने से पहले गुलाबजल लगाएं और सुबह साफ कर लें।
नोट- इसके अलावा खुद को हाइड्रेटेड रखें और हार्श साबुन के इस्तेमाल से बचें। नहाने के बाद क्रीम या माइश्चराइजर जरूर लगाएं।