जी-20 शिखर सम्मेलन में आने वाले राष्ट्राध्यक्षों और अन्य अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के स्वागत के लिए दिल्ली पूरी तरह से तैयार है। जहां लाल किला, हुमायूं का मकबरा, लोटस टेम्पल और अन्य महत्वपूर्ण विरासत स्थलों की छवियों वाले लगभग 450 बड़े बैनर विभिन्न इलाकों में लगाए हैं वहीं दूसरी तरफ कुतुब मीनार में अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है।
दरसअल कुतुब मीनार दक्षिण दिल्ली के महरौली में स्थित है, यह दिल्ली के बेहद प्रमुख और मशहूर ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल है। यहां पर्यटकों का आना पूरे साल जारी रहता है। विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए कुतुब मीनार में बुजुर्ग खलीफा की तरह लेजर लाइटिंग शो का भी आयोजन होगा।
सोशल मीडिया पर क़ुतुब मीनार की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है जिसमें वह लेज़र लाइट में चमकता दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि विदेशी मेहमानों ने हुमायूं का मकबरा, कुतुब मीनार व सफदरजंग मकबरा घूमने की इच्छा जताई है। इन स्मारकों के साथ ही लालकिला, पुराना किला समेत अन्य धरोहरों कों दुल्हन की तरह सजाया गया है।
शहर के सौंदर्यीकरण अभियान के तहत सार्वजनिक दीवारों पर भारत की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को दर्शाने वाले नए भित्ति चित्र बनाए गए हैं। इन बड़े बैनरों पर जी-20 का लोगो, थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम', ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य' स्वागत संदेश के साथ अंकित है जो बड़े पैमाने पर यूनिपोल पर लगाए गए हैं जिन पर आमतौर पर विज्ञापन होते हैं।
' ऐतिहासिक दिल्ली गेट को भी सजाया गया है, और 9-10 सितंबर को प्रगति मैदान में नवनिर्मित भारत मंडपम में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले विभिन्न स्मारकों के आसपास के क्षेत्रों को भी साफ किया जा रहा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा समेत अन्य नेताओं के रेखाचित्र बनाए हैं।