दुनियाभर में फैल चुके कोरोना वायरस के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। चिंता की बात यह है कि कुछ मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे वहीं कुछ मरीजों में इसके लक्षण बिल्कुल अलग है। वहीं हाल ही में बच्चों में कोरोना संक्रमण के बिल्कुल नए लक्षण नजर आ रहे हैं, जिसने वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है।
शुरुआत में सांस से जुड़ी समस्या नहीं
दरअसल, वुहान के टॉन्गजी हॉस्पिटल में संक्रमित बच्चों पर हुआ शोध। इन बच्चों में नॉन रेस्पिरेटरी लक्षण (Non Respiratory Symptoms) दिखे लेकिन इन बच्चों को सांस से जुड़ी कोई परेशानी नहीं थी। इलाज के दौरान सभी बच्चों में एक बात कॉमन निकली, सीटी स्कैन करने पर सभी में निमोनिया की पुष्टि की गई। कुछ वक्त बाद जांच करने पर कोरोना का पता चला।
बच्चों में ऐसे लक्षण दिखें तो अलर्ट होना जरूरी
. सूखी खांसी
. डायरिया और उल्टी
. पेट से जुड़ी समस्या
इंफैक्शन की वजह एसीई-2 रिसेप्टर
चीन से मिले आंकड़ों के अनुसार, 50 फीसदी कोरोना मरीजों में पेट में दर्द, उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण देखे गए हैं। बच्चे में कोरोना के मामले फेफड़ों व आंतों में पाया जाने वाला एसीई-2 रिसेप्टर है। शोधकर्ताओं का कहना है कि संक्रमित मल से भी आंतों तक कोरोना का संक्रमण फैल सकता है।
बच्चों ही नहीं बड़ों भी दिख चुके हैं ऐसे लक्षण
सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि कई केसों में बड़े-बुजुर्गों में डायरिया व निमोनिया जैसे लक्षण देखने को मिल थे। वायरस की शुरूआत में भी ऐसे लक्षण दिखाई दिए थे, जिसके वजह से इसे निमोनिया जैसे वायरस समझा जा रहा था।
ऐसे में आपको बच्चों का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। बच्चों को डायरिया या उल्टी की शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।