सनातन धर्म में किसी पावन दिन या त्योहार के मौके पर पवित्र नदी में स्नान करने का खास महत्व है। गंगा या यमुना जैसी नदीयों को पूजनीय माना जाता है। कहते हैं इसमें स्नान करने से सारे पाप धूल जाते हैं। वहीं इस साल 16 फरवरी 2024 को नर्मदा जयंती मनाई जाएगी। ज्योतिष एक्सपर्ट्स की मानें तो नर्मदा जयंती 15 फरवरी को 10:12 सुबह शुरु होगी और इसकी समाप्ति 16 फरवकी 2014 को सुबह 8:54 बजे होगा।
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए करें ये उपाय
हिंदू धर्म शास्त्रों के हिसाब से नर्मदा जयंती माघ के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि नर्मदा जयंती पर नर्मदा नदी में स्नान करने से सारे पाप को धुलते ही हैं, साथ ही कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिलती है। जी हां, अगर आपके कुंडली में कालसर्प दोष है तो इस पावन मौके पर नाग- नागिन का एक जोड़ा नर्मदा नदी में प्रवाहित करना चाहिए। इस उपाय को करने से कुंडली से कालसर्प दोष खत्म हो जाता है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर नर्मदा नदी के पवित्र जल में स्नान करना चाहिए। इसके अलावा विधि- विधान से पूजा करनी चाहिए।
नर्मदा स्नान करने के फायदे
- किसी भी महीने के अमावस्या तिथि पर नर्मदा में स्नान करें और चांदी से निर्मित नाग नर्मदा में विसर्जन करें। इससे कालसर्ष दोष से शांति मिलेगी।
- ग्रहों की शक्ति भी नर्मदा में स्नान करने से होती है। मंगल, शनि, राहु, केतु के दोष तो इस जल के स्नान मात्र से दूर हो जाता है।
- वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए इस नदी में स्नान कर भगवान शिव और पार्वती की पूजा करनी चाहिए।
- इस नदी के जल में पितरों का तर्पण करना भी बहुत पुण्य कर्म माना गया है। इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।