सिटिंग जॉब के चलते हमारे उठने-बैठने का तरीका बदल जाता है, जो धीरे-धीरे हमारी आदत भी बन जाता है। मगर, हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार, उठने-बैठने की गलत पोजिशन दिल की बीमारियों का मरीज बना सकती है। यही नहीं, इसके चलते आप कई और बीमारियों की चपेट में भी आ जाते हैं। ऐसे में हर किसी उठने-बैठने की सही पोजीशन पता होना चाहिए...
गलत पोजीशन के साइड इफैक्ट्स
1. एक के ऊपर एक टांग रखकर घंटों तक बैठे रहने से ब्लड क्लॉटिंग यानि खून के थक्के बनने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा इससे पैरों में दर्द, मांसपेशियों और चलने में दिक्कत भी हो सकती है।
2. हार्ट से ब्लड पम्पिंग के जरिए पूरी बॉडी में सर्कुलेट होता है। मगर, क्रॉस लेग से पैरों में ब्लड का फ्लो बाधित होता है, जो हार्ट की पम्पिंग को डिस्टर्ब करता है। इससे हार्ट पर प्रेशर बढ़ता है और ब्लड सर्कुलेशन ठीक से ना होने के कारण जल्दी थकान महसूस होने लगती है।
3. एक ही पोजिशन में बैठे रहने, शारीरिक गतिविधि यानी फिजिकल वर्क ना करने से मोटापा बढ़ता है।
क्या करें?
. सिटिंग जॉब करने वाले लोग हर 45 मिनट में अपनी सीट से जरूर उठें। इस दौरान ज्यादा नहीं तो 5 मिनट का ब्रेक लें।
. आंखों की एक्सरसाइज या डीप ब्रीदिंग करें। इससे ना केवल आपका दिल व पैर हेल्दी रहेंगे बल्कि आंखों की रोशनी भी तेज होगी।
चलिए आपको बताते हैं उठने, बैठने व कुछ उठाने का सही तरीका
खड़े होने का तरीका
खड़े होते समय आगे की तरफ न झुकें बल्कि गर्दन व पीठ सीधी रखते हुए खड़े हो जाए। खड़े होते समय दोनों पैरों पर समान भार डालें, ताकि मसल्स पर ज्यादा असर न पड़े।
कुछ उठाने की स्थिति
भारी वजन उठाते हुए सिर्फ कमर नहीं, घुटनों को भी मोड़ें। ज्यादा भारी सामान को सीधे जमीन से उठाने के बजाए पहले किसी कुर्सी या मेज पर रखें। इससे जोड़ों पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ेगा।
बैठने की स्थिति
अक्सर लोग बैठते समय ही सबसे ज्यादा गलती करते हैं। दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करते है तो पैरों को लटकाकर नहीं जमीन पर लगाकर बैठें। झुकर न बैठें बल्कि अपनी कमर न गर्दन को साधी रखें। गलत पोजीशन में बैठने से सिरदर्द, गर्दन व कंधों में दर्द, कोहनी, हाथ की उंगलियों व कलाई में दर्द, पीठ दर्द आदि परेशानियां हो सकती हैं।