कल पूरे भारत में गांधी जयंती का पर्व मनाया जाएगा। स्वतंत्रता की लड़ाई में राष्ट्रपिता ने खास योगदान दिया था ऐसे में उन्हें पीढ़ियों तक याद किया जाता है। बापू और भारत के कई वीर जवानों के कड़े प्रयासों के बाद ही देश को अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा मिला था। महात्मा गांधी स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा थे इसलिए लोग उन्हें जीवन का अहम हिस्स मानते हैं। भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां पर महात्मा गांधी को भगवान की तरह पूजा जाता है। इस मंदिर में बापू की मूर्ति भी रखी गई है तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर यह मंदिर कहां पर स्थित है....
मंगलुरु में स्थित है महात्मा गांधी का मंदिर
राष्ट्रपिता का यह मंदिर मंगलुरु के श्री ब्रह्मा बैदरकला में स्थित गरोडी में बना है। यहां पर बापू के अनुयायी दिन में तीन बार पूरे विधि विधान के साथ उनकी महात्मा गांधी की पूजा करते हैं। सुबह 6 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम 7.30 बजे महात्मा गांधी की पूजा होती है और रोज उनकी प्रतिमा के पास एक दीपक भी जलाया जाता है।
गांधी जयंती पर होती है खास पूजा
गरोडी में बने इस मंदिर में 1948 में महात्मा गांधी जी की एक मिट्टी की मूर्ति रखी गई थी। इसके बाद साल 2006 में संगमरमर से बनी प्रतिमा लगाई गई। महात्मा गांधी के अनुयायी इस मंदिर में आते और उनके द्वारा सिखाए गए सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने का प्रण लेते हैं। गांधी जयंती के दिन मंदिर में एक खास पूजा होती है जिसमें गांधी जी को फल, मिठाई और ब्लैक कॉफी का भोग लगाया जाता है। भोग लगाने के बाद यह लोगों में बांट दी जाती है।
इन मंत्रों का जाप करते थे गांधी जी
माना जाता है कि जब गांधी जी वर्धा में रहते थे तब एक जापानी बौद्ध साधु प्रार्थना के पहले कुछ मंत्र जाप किया करते थे। इसके बाद उनकी याद में बापू ने इस बौद्ध मंत्र को अपनी प्रार्थना में शामिल किया और रोजाना इसका जाप करते थे।