भारत सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला पद्मश्री सम्मान कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा में किसी खास योगदान के लिए दिया जाता है। इस बार सरकार ने 25 जनवरी को साल 2021 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इस साल कुल 119 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जिनमें 7 को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
इस बार जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे, प्रसिद्ध गायक एसपी बालासुब्रमण्यम, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बेल्ले मोनप्पा हेगड़े, ओडिशा के प्रसिद्ध मूर्तिकार सुदर्शन साहू को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मगर, क्या आप जानते हैं कि पद्म पुरस्कार की शुरूआत कब हुई और ये क्यों दिया जाता है। अगर नहीं तो चलिए जानते हैं...
पहला पद्म पुरस्कार कब मिला?
पद्म पुरस्कार सामाजिक कार्यों, नागरिक सेवाओं और किसी भी क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। पहले पद्म पुरस्कार की घोषणा साल 1954 में की गई थी। हालांकि 1978, 1979, 1993 और 1997 को छोड़कर हर साल इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। सबसे जरूरी बात कि इन पद्म अवाॅर्ड की संख्या कभी भी 120 से ज्यादा नहीं होती।
पद्म विभूषण
पद्म विभूषण भारत रत्न के बाद दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च पुरस्कार होता है। विभिन्न क्षेत्रों में खास योगदान देने वालों को 'पद्म विभूषण' से सम्मानित किया जाता है। इस सम्मान में पुरस्कार के रुप में 1.3/16 इंच का कांसे का एक बिल्ला मिलता है। जिसके बीत में कमल का फूल होता है। जिसके ऊपर और नीचे पद्म विभूषण लिखा होता है। जबकि इसके पिछले हिस्से में अशोक चिन्ह बना होता है।
पद्म भूषण
भारत रत्न और पद्मविभूषण के बाद तीसरा नागरिक सम्मान है पद्म भूषण। असाधारण व प्रतिष्ठित सेवा के लिए ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया जाता है। इस सम्मान में पुरस्कार के रुप में भी 1-3/16 इंच का कांसे का बिल्ला दिया जाता है। जिसके बीच में कमल का फूल बना होता है जिसे तीन पत्तियों ने घेरा होता है। फूल के ऊपर और नीचे पद्म भूषण लिखा होता है।
पद्म श्री
पद्म श्री चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। जो किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के रुप में भी कांसे का बिल्ला दिया जाता है जिस पर कमल का फूल बना होता है।
आपको बता दें हर वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर ये पुरस्कार घोषित किए जाते हैं। जिसके बाद मार्च या अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले सम्मान समारोह में इन पुरस्कारों को राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है।