किडनी भी शरीर का मुख्य अंग मानी जाती है। यह शरीर को डिटॉक्स करके अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। परंतु यदि किडनी सही से कार्य नहीं करेगी तो इससे शरीर में अनेक बीमारियां बढ़ सकती हैं। आजकल के खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण किडनी फैल्यिर की समस्या बढ़ती जा रही है। किडनी फैल होने पर यह रक्त और अपशिष्ट पदार्थों को शरीर में से फिल्टर नहीं कर पाती। वहीं यदि इस समस्या का समय पर उपचार न किया जाए तो व्यक्ति के मृत्यु भी हो सकती है। तो चलिए आपको बताते हैं किडनी फेल क्यों होती है और इसके क्या कारण है...
ये है किडनी खराब होने के संकेत और लक्षण
यदि किडनी सही से कार्य न करे तो आपके शरीर में कई तरह के लक्षण दिख सकते हैं। जैसे
. यूरिन का कम आना
. यूरिन के साथ खून आना
. सांस लेने में तकलीफ होना
. बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
. मतली
. दिल की धड़कन का असामान्य हो जाना
. सीने में दर्द और दबाव का महसूस होना
. हार्ट अटैक
किडनी फेल होती क्यों है?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, किडनी फेल दो कारणों से होती है जिनमें से पहला कारण एक्यूट किडनी फेलियर है और दूसरा क्रोनिक किडनी फेलियर । इन दोनों किडनियों के फेल होने के अपने अलग कारण और जोखिम हो सकते हैं।
एक्यूट किडनी फेल होने का कारण
सबसे पहले एक्यूट किडनी फेल होने के कारण के बारे में बात करते हैं। इस समस्या में आपकी किडनी अस्थाई रुप से काम करना बंद कर देती है। इस समस्या में किडनी ट्रांस्पलांट और डायलिसिस की जरुरत भी नहीं पड़ती है। इसके कारण में कुछ कारक शामिल हैं जैसे
डायरिया
डायरिया एक्यूट किडनी फेलियर का सबसे मुख्य कारण है। इस समस्या में डायरिया के कारण शरीर में से पूरा पानी बाहर निकल जाता है जिसके कारण किडनी भी काम करना बंद कर देती है।
दवाईयां
दर्द निवारक, एंटीबायोटिक दवाईयां जिनका बहुत से लोग डॉक्टर की सलाह के बिना सेवन करते हैं। यह भी किडनी खराब होने का कारण बन सकती हैं।
इन दोनों कारणों को अच्छे से समझकर और कंट्रोल करके आप इस समस्या से होने वाले जोखिम को कम कर सकते हैं।
क्रोनिक किडनी फेल होने का कारण
क्रोनिक किडनी फेल होने को क्रोनिक किडनी डिसीज भी कहते हैं। इस स्थिति में किडनी धीरे-धीरे खराब होने लगती है। बाकी देशों की तरह भारत में भी किडनी क्रोनिक डिसीज के कई मामले मिल रहे हैं। यह समस्या लोगों में बहुत ही आम भी होती जा रही है। इस समस्या के कारण हैं जैसे -
.खराब लाइफस्टाइल की आदतें
. डायबिटीज
. हाई ब्लड प्रेशर
. किडनी स्टोन डिजीज जिसके कारण किडनी में पथरी के कारण किडनी खराब भी हो सकती है।
. किडनी की बीमारी क्रोनिक, लेमिनोअफ्राइटिस, क्रोनिक इंटेस्टिनस अफ्राइटिस
यदि किडनी पूरी तरह से खराब हो गई है तो आप किडनी ट्रांसप्लांट या डायलिसिस के साथ ही समस्या से राहत पा सकते हैं।
किडनी फेल होने से कैसे बचाएं?
. किडनी फेल होने से बचाने के लिए आप साल में कम से कम 1 बार यूरिन और खून की जांच जरुर करवाएं। यदि आप डायबिटीज, हाई बीपी और किडनी स्टोन के मरीज हैं तो यह टेस्ट जरुर करवाएं।
. स्मोकिंग और शराब से दूर रहें।
. हैल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें।
. पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
. अनहैल्दी, जंक, प्रोसेस्ड फूड्स से भी परहेज करें।
. नमक का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
. ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाने से भी परहेज करें।
. डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवाई का सेवन न करें।
. डायरिया, उल्टी-दस्त की समस्या होने पर आप डॉक्टर से संपर्क भी जरुर करें।