मोबाइल की इस दुनिया में आजकल हर कोई सेल्फी लेने का दिवाना है। फोन हाथ में आया नहीं कि बस... वहीं आजकल ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जो सेल्फी के लिए फिल्टर का इस्तेमाल न करता हो। बात अगर लड़कियों की करें तो सेल्फी के क्रेज में तो वो लड़कों को भी पीछे छोड़ देती वहीं भारतीय लोगों में सेल्फी लेने और शेयर करने का काफी चलन है। इसी पर हाल ही में गूगल द्वारा एक वैश्विक अध्ययन किया गया। जिसके अनुसार, अच्छी सेल्फी लेने के लिए अमेरिका और भारत में ‘फिल्टर’ यानि फोटो को सुंदर दिखाने के लिए इफेक्टस का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है।
फिल्टर का अधिक इस्तेमाल करती हैं महिलाएं
अध्ययन की मानें तो, भारतीय महिलाएं, खासकर अपनी फोटो को सुंदर बनाने के लिए एक्साइटेड रहती हैं और इसके लिए वे कई ‘फिल्टर एप' तथा ‘एडिटिंग टूल' का इस्तेमाल भी करती हैं। इसके लिए ‘पिक्स आर्ट’ तथा ‘मेकअप प्लस’ का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
अधिकतर युवा करते हैं ‘स्नैपचैट’ का इस्तेमाल
वहीं इस अध्ययन में कहा गया कि ज्यादातर युवा ‘स्नैपचैट’ का इस्तेमाल करते हैं। अध्ययन में कहा गया कि सेल्फी लेना और साझा करना भारतीय महिलाओं के जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा है कि यह उनके व्यवहार और यहां तक कि घरेलू अर्थशास्त्र को भी प्रभावित करता है। कई महिलाओं की मानें तो अगर उन्हें सेल्फी लेनी होती है तो वे इसके लिए पहने कपड़े दोबारा नहीं पहनती हैं।
पुरूष भी नहीं पीछे
अब भई ऐसा भी नहीं है कि पुरूष फिल्टर का इस्तेमाल ही नहीं करते बल्कि वे भी फिल्टर का इस्तेमाल करने में पीछे नहीं है। लेकिन उनमें एक ये बात अलग है कि वह तस्वीर से ज्यादा उसके पीछे की कहानी पर ज्यादा फोक्स करते हैं।
बच्चों पर फिल्टर का असर कम
वहीं भारतीय अभिभावकों ने बच्चों पर ‘फिल्टर’ के असर को लेकर अधिक चिंता व्यक्त नहीं की है। बच्चों के ‘फिल्टर’ के इस्तेमाल को लेकर उनका रवैया बेहद सहज था और इसे वह एक मस्ती की गतिविधी की तरह ही उन फिल्टर्स को देखते हैं। अध्ययन में कहा गया कि भारतीय माता-पिता अपने बच्चों के मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग या गोपनीयता और स्मार्टफ़ोन की सुरक्षा के बारे में अधिक चिंतित थे।