दिनों-दिन थायराइड मरीजों की गिनती तेजी से बढ़ती जा रही है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं को थायरायड होने की आंशंका 9 गुना अधिक होती है। इस बीमारी का मुख्य कारण बिगड़ा लाइफस्टाइल और खान-पान की गलत आदतें ही है।
चलिए आपको बताते हैं थायराइड होता क्या है
यह रोग हार्मोनल प्रॉब्लम से जुड़ा है। गले में वोकल कोर्ड के दोनों ओर थायराइड ग्रंथि होती है, जिसका आकार तितली जैसा होता है। इन्हीं में से T3, T4 हार्मोन निकलते हैं, जो शरीर के कई क्रियाओं में मदद करते हैं लेकिन जब यह हार्मोन गड़बड़ाने लगते हैं तो थायराइड की समस्या शुरू हो जाती है।
कुछ लोगों को लगता है कि मोटापे के कारण थायराइड की समस्या होती है जबकि ऐसा नहीं है। पतले लोग भी थायराइड के शिकार होते हैं। थायरायड ग्रंथि में इन हार्मोन्स के कम या अधिक बनने पर दिक्कतें शुरू होती हैं। इनके कम बनने से शरीर में शिथिलता आ जाती है।
बता दें कि हार्मोन असंतुलित में दो तरह का थायराइड होता है हाइपो थायराइड और हाइपर थायराइड। अगर आप हाइपो थायराइड हो तो शरीर मोटापे का शिकार होने लगता है और नींद ज्यादा आती है। जबकि हाइपर में शरीर सूख जाता है। साथ ही धड़कन बढ़ना, जोड़ों में दर्द और नींद कम ना आने जैसे लश्रण दिखते हैं।
वहीं महिलाओं में दोनों ही स्थिति में पीरियड्स गड़बड़ा जाते हैं, जो बांझपन का कारण भी बनते हैं।
. वजन बढ़ना या कम होना
. सुस्ती, तनाव व डिप्रेशन
. चिड़चिड़ापन
. बार-बार पेट की गड़बड़ी
. कमजोर इम्यून सिस्टम
. कब्ज की शिकायत रहती है
. चेहरे और आंखों में सूजन
. ठुड्डी, पेट पर अनचाहे बाल
. ज्यादा गर्मी लगाना
महिलाएं क्यों हो रही है अधिक शिकार
. महिलाएं ऑफिस व घर की जिम्मेदारियों के चलते तनाव ले लेती हैं, जिससे थारयराइड ग्रंथि पर असर पड़ता है और यही आगे चलते थायराइड का कारण बनता है।
. मेनोपॉज और प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को थायराइड होने की आशंका सबसे ज्यादा होती है क्योंकि इस दौरान उनके शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं।
. डाइट में ध्यान ना देने के कारण उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जो इस बीमारी का कारण बनती है।
. अगर आप फिजिकल एक्टिविटी नहीं करती और हैल्दी डाइट नहीं खा रही तो आप इस बीमारी की चपेट में आ सकती है।
. ज्यादा तनाव व टेंशन लेना भी थायराइड का कारण बनता है।
. दवाइयों के साइड-इफैक्ट से भी महिलाओं को यह समस्या हो सकती है।
. यह समस्या आनुवांशिक भी है। इसके अलावा अगर परिवार के किसी सदस्य को थायराइड है तो आप भी इसकी शिकार हो सकती है।
अब आपको कुछ टिप्स देते हैं, जिससे आप थायराइड की समस्या को कंट्रोल व इससे बचे सकती हैं।
इन चीजों से रखें परहेज
तला हुआ भोजन, अधिक मीठा, रेड मीट, पैकेज्ड फूड, कॉफी का कम से कम सेवन करें। इसके अलावा हर प्रकार की गोभी, सोया प्रॉडक्ट्स खाने से बचे। अगर आपकी दवा चल रही है तो आप इन चीजों का सेवन थोड़ी मात्रा में कर सकते हैं।
क्या खाएं?
थायराइड पेशेंट डाइट में नट्स, सेब, सिट्स फ्रूटस, दाल, कद्दू के बीज, दही, संतरे का रस, आयोडीन युक्त चीजें, नारियल तेल, अदरक, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, ब्राउन ब्रैड, ऑलिव ऑयल, लेमन, हर्बल और ग्रीन टी, अखरोट, जामुन, स्ट्रॉबेरी, गाजर, हरी मिर्च, बादाम, अलसी के बीज, शहद आदि लें।
थायराइड के लिए योग
इसके अलावा थायराइड से छुटकारा पाने के लिए आप योग का सहारा भी ले सकती हैं। थायराइड के लिए आप अपनी रूटीन में कपालभाति, उज्जायी प्राणायाम, ग्रीवासन (Grivasana), सिम्हासन (Simhasana) और हलासन कर सकते हैं।
अदरक का सेवन
थायराइड की समस्या में अदरक काफी असरदार उपाय है। इसे कच्चा चबाने से थायराइड में काफी आराम मिलता है। इसमें पाए जाने वाले तत्व थायराइड में काफी असरदार होते हैं।
हल्दी वाला दूध
रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से भी थायराइड कंट्रोल में रहता है। अगर आप हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहती तो आप हल्की को भून कर भी खा सकती हैं। इससे भी थायराइड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
मुलेठी का सेवन
थायराइड के मरीज जल्दी थक जाते हैं। एेसे में मुलेठी का सेवन आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा। इसमें मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथी को संतुलित करके थकान को उर्जा में बदल देते हैं।
प्याज से मसाज
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है प्याज। इसके लिए प्याज को दो हिस्सों में काटकर सोने से पहले थायराइड ग्लैंड के आस-पास क्लॉक वाइज मसाज करें। मसाज के बाद गर्दन को धोने की बजाए रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। कुछ दिन लगातार ऐसे करने से आपको इसके नतीजे दिखने शुरू हो जाएंगें।
इसके साथ ही सैर और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें। जितना हो सकें तनाव मुक्त रहने की और हैल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।