नवजात बच्चों या 4 साल से कम उम्र के बच्चों द्वारा बिस्तर गीला करना सामान्य बात है। मगर, कई बार बच्चे कई बार डर या किसी परेशानी के चलते सोते समय बिस्तर पर ही पेशाब कर देते हैं। वहीं कुछ बच्चे बेड वेटिंग आदत को छोड़ ही नहीं पाते। ऐसे में आज हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे, जिससे आप बच्चे की इस आदत को छुड़वा सकते हैं।
पेरेंट्स क्या करें?
कई मां-बाप बच्चो को बिस्तर गीला करने पर डांटते या फिर मारते हैं, जोकि गलत है। इससे बच्चे की आदत तो नहीं छूटती बजाए इससे उनका आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है। अगर बच्चा समझदार है तो वह जान-बूझकर ऐसा नहीं करेगा। ऐसे में जानने की कोशिश करें कि बच्चा ऐसा क्यों कर रहा है और उसे प्यार से हैंडल करें।
आप कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर भी बच्चे की आदत को छुड़वा सकते हैं।
1. रात को सोने से पहले अखरोट के टुकड़े और एक टीस्पून किशमिश खिलाने से बिस्तर गीला करने की समस्या से राहत मिलती है।
2. केला खिलाने से भी बिस्तर गीला करने की समस्या में आराम मिलता है।
3.दालचीनी का टुकड़ा चबाना भी फायदेमंद है।
4. 1 कप दूध में सरसों पाउडर मिलाकर बच्चे को पीने के लिए दें। इससे बच्चा बिस्तर गीला करना बंद कर देगा।
5. रात को सोने से पहले बच्चे को दूध के साथ छुआरा खाने को दें। इससे बच्चे का बिस्तर गीला करना काफी हद तक कम हो जाता है।
टिप्स, जो करेंगे इस आदत को करेंगे दूर
1. सोने से पहले बच्चे को बाथरूम करने की आदत डालें और सोने से 4 घंटे पहले उन्हें कोई तरल पदार्थ न दें।
2. बच्चों को तनावरहित माहौल दें। अगर वो बिस्तर गीला कर भी दें तो भी उन्हें डांटें या मारें नहीं बल्कि प्यार से समझाएं।
3. बच्चों को प्रोत्साहित करें कि अगर वे बिस्तर गीला न करें तो आप उन्हें इनाम देंगे।
4. जरूरत से ज्यादा मीठा, मीट, आर्टिफिशियल एडिटिव्स वाली चीजें खाने न दें।
मसाज थेरेपी भी है फायदेमंद
कुछ थेरैपिस्ट्स बच्चों के ब्लैडर (पेल्विक यानी पेड़ू) के आस-पास मसाज करने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए कि मसाज से ब्लैडर की मांसपेशियां मजबूत हो और बच्चों की पेशाब को रोककर रखने की क्षमता बढ़े।
नोट: अगर बच्चा हफ्ते में 2-3 बार बिस्तर गीला करे तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं। इसके अलावा कोई भी घरेलू नुस्खा आजमाने से पहले भी डॉक्टर से सलाह लें।