गलत-खानपान, खराब लाइफस्टाइल के कारण कई तरह के रोगों का खतरा बढ़ रहा है जिसमें से डायबिटीज, थायराइड, गठिया जैसे रोग मुख्य रुप से बहुत से लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। थायराइड के कारण मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। थायराइड ग्लैंड गर्दन के पिछले हिस्से में मौजूद होते है जो शरीर के मेटाबॉल्जिम को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। लेकिन थायराइड क्यों होता है इसके कारण, मुख्य लक्षण और मरीजों का कैसा डाइट प्लान होना चाहिए आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं थायराइड के मुख्य कारण....
दो तरह का होता है थायराइड
थायराइड दो तरह की होता है जिसमें से एक है हाइपोथायराइड और दूसरा है हाइपरथायराइड। हाइपोथायराइड को अंडरएक्टिव थायराइड भी कहते हैं यह व्यक्ति को तब होता है जब थायराइड हार्मोन कम मात्रा में होती है। इस थायराइड के कारण मरीज पतले होने लगते हैं। वहीं हाइपरथायराइड वह होता है जिसके कारण शरीर में हार्मोन्स का ज्यादा मात्रा में निर्माण होने लगता है। इसके अलावा भोजन में आयोडिन की कमी होने पर भी गॉइटर जैसी समस्या होने लगती है।
लक्षण
कब्ज
थकावट
तनाव
रुखी त्वचा
वजन बढ़ना या कम होना
हृदय गति का म होना
हाई ब्लड प्रेशर
बाल झड़ना
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को होता है थायराइड
थायराइड की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है। खासकर महिलाओं में यह बीमारी शुरुआती 30 साल की उम्र में शुरु हो जाती है। परंतु इसके कुछ सामान्य लक्षण 50 की उम्र के बाद ही दिखते हैं।
थायराइड में क्या खाना चाहिए?
अलसी के बीज
थायराइड के मरीजों के लिए अलसी के बीज बहुत ही फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड को कम करने में मदद करता है।
ब्राजील नट्स
एक्सपर्ट्स के अनुसार, ब्राजील नट्स मे सेलेनियम काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में थायराइड के मरीज ब्राजील नट्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
अंडा
अंडा आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें भी सेलेनियम पाया जाता है जो थायराइड मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
साबुत अनाज
साबुत अनाज का सेवन करके आप थायराइड जैसे रोग से छुटकारा पा सकते हैं। इसमें जिंक की मात्रा काफी अच्छी पाई जाती है। सिंपल राइस के अलावा आप ब्राउन राइस अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
दही
दही का सेवन आप थायराइड की समस्या से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। इसमें पाया जाने वाला आयोडीन समस्या से छुटकारा दिलवाने में मदद करता है।
समुद्री मछली
समुद्री जीवों में आयोडीन काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में आप समुद्री शैवाल, समुद्र की सब्जियां और मछलियां आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन आप थायराइड की समस्या से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। इनमें आयरन काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
ड्राई फ्रूट्स और सूरजमुखी के बीज
काजू, बादाम और सूरजमुखी के बीच आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें कॉपर काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। नियमित इन चीजों का सेवन करने से आप थायराइड की समस्या से राहत पा सकते हैं।
गाय का दूध और नारियल तेल
गाय का दूध और नारियल तेल आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। नारियल तेल थायराइड के मरीजों की कार्यप्रणाली सुधारने में मदद करता है।
न खाएं ये चीजें
सोयाबीन
सोयाबीन और सोया युक्त पदार्थों का सेवन न करें। इससे हाइपोथायरायडिज्म का खतरा बढ़ सकता है। सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजन पाया जाता है जो थायराइड हार्मोन का निर्माण करने वाले एंजाइम के कार्य करने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
फूलगोभी-ब्रोकली
कच्ची या आधीपक्की हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से भी थायराइड का खतरा बढ़ सकता है। ब्रोकली, पालक, फूलगोभी में एंटीथायराइड तत्व पाए जाते हैं जो थायराइड मरीजों के लिए हानिकारक होते हैं।
कैफीन युक्त पदार्थ
थायराइड की समस्या होने पर आप कैफीन वाली चीजों से परहेज करें। इनके कारण थायराइड ग्लैंड बढ़ सकता है।
ग्लूटेन फूड
हाइपोथायरायडिज्म के मरीजो को ग्लूटेन का सेवन भी कम करना चाहिए। ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन होता है जो गेंहू, राई, जौ और अन्य अनाजों में पाया जाता है। ऐसे में इन फूड्स का सेवन करने से थायराइड का जोखिम बढ़ सकता है।
प्रोसेस्ड फूड्स
प्रोसेस्ड या फिर जंक फूड्स का सेवन भी थायराइड के रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे सेवन करने से थायराइड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।
मीठे पदार्थ
मीठे पदार्थों का सेवन भी थायराइड के रोगियों को नहीं करना चाहिए। इससे आपकी पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है जिसके कारण आपका वजन बढ़ सकता है।