गर्भावस्था महिलाओं को लिए बहुत ही नाजुक दौर होता है। इस दौरान उन्हें कुछ भी खाने से पहले सावधानी बरतनी पड़ती है। गर्भावस्था में मां के द्वारा खाई गई चीजें शिशु के भी प्रभावित करती हैं। इसलिए इस दौरान महिलाओं को किसी भी चीज को खाने से पहले उसके फायदे और नुकसान की भी पूरी जानकारी रखनी चाहिए। गर्भावस्था में मक्का खाने की सलाह भी दी जाती है, लेकिन क्या इस दौरान मक्का खाना फायदेमंद है? तो चलिए आपको बताते हैं कि गर्भावस्था में मक्का खाना चाहिए या नहीं...
क्या गर्भवस्था में मक्का खाना सुरक्षित है?
हैल्थ एक्सपर्ट्स गर्भवती महिलाओं को मक्का खाने की सलाह देते हैं। लेकिन यदि महिलाओं को गर्भावस्था में किसी भी तरह की समस्या है तो उन्हें मक्का न खाने की सलाह भी देते हैं। मक्के को कई नामों से जाना जाता है। इसमें खनिज, विटामिन सी, विटामिन बी1, विटामिन बी5, डायट्री फाइबर और मैग्नीशियम काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। मक्का पौष्टिक होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी होता है। गर्भावस्था में महिलाओं को क्रैविंग होती हैं तो वह डाइट में मक्का शामिल कर सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, मक्का गर्भावस्था में खाना सुरक्षित है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले कई बातों का ध्यान रखना जरुरी है।
कब खाना चाहिए मक्का?
आप गर्भावस्था में मक्का किसी भी हफ्ते या तिमाही के दौरान खा सकते हैं। यह गर्भावस्था में एकदम सुरक्षित माना जाता है। लेकिन यदि आप गर्भावस्था में किसी दवाई या विटामिन्स का सेवन कर रही हैं तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लेनी चाहिए। मक्के में पाए जाने वाले कुछ तत्व विटामिन्स और दवाइयों के साथ इंटरेक्ट कर सकते हैं, जिसके बाद आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
गर्भावस्था में मक्का खाने के फायदे
कब्ज में फायदेमंद
मक्का में पाया जाने वाला फोलिक एसिड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम, कॉपर, फॉस्फोरस पाया जाता है। यह आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायता करता है। इसके अलावा मक्के में रेशा भी काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर गर्भावस्था के दौरान होने वाली कब्ज की समस्या से भी राहत दिलवाता है। गर्भावस्था में होने वाली पाचन समस्याओं से भी राहत दिलवाने में मदद करता है।
बच्चे को रखे स्वस्थ
गर्भवती महिलाओं के शरीर में यदि किसी भी तरह की कमी होती है तो इसका प्रभाव बच्चे पर पड़ता है। इससे बच्चों को जन्मदोष भी हो सकता है। गर्भावस्था में महिलाओं को खून की कमी हो जाती है, जिससे बच्चों का वजन कम हो सकता है, बच्चा कई बीमारियों से भी पीड़ित हो सकता है। इसमें पाया जाने वाला फोलिक एसिड बच्चे के वजन को बढ़ाने में सहायता करता है। इसके अलावा मक्के में पाया जाने वाला विटामिन-बी और फोलिक एसिड महिलाओं के शरीर से एनीमिया के खतरे को भी कम करता है।
बच्चे की आंखे रखे स्वस्थ
मक्के में ल्यूटिन और एंटीऑक्सीडेंट्स बहुत ही अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व बच्चों की आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। यह तत्व बच्चे को आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायता करते हैं। मक्के में विटामिन-ए पाया जाता है जो बच्चों की आंखों की रोशनी के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
याददाश्त बढ़ाने में फायदेमंद
गर्भावस्था में मक्का खाने में महिलाओं की याददाश्त भी अच्छी होती है। इसके अलावा यह गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क के विकास में भी सहायता करती है।
बच्चों की मांसपेशियां टूटने से बचाए
यदि गर्भवती महिला प्रेग्नेंसी में मक्का खाती है तो इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के जन्म के बाद मांसपेशियां टूटने की समस्या से भी बचा जा सकता है।
त्वचा होती है अच्छी
मक्के में एंटीऑक्सीडेंट्स तत्व भी पाए जाते हैं। यह तत्व एंटी-एजिंग के रुप में कार्य करते हैं। गर्भावस्था में मक्का खाने से महिलाओं को ड्राई स्किन से भी राहत मिलती है। इसमें पाया जाने वाला लिनोलिक एसिड महिलाओं की ड्राई स्किन और त्वचा में खुजली की समस्या को दूर करता है।
मक्का खाने के नुकसान
प्रेग्नेंसी में मक्का का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। इसमें फैटी एसिड की मात्रा बहुत अच्छी पाई जाती है। इसका अधिक सेवन करने से महिलाओं को हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी हो सकता है।