नारी डेस्कः महिला और पुरुष का शरीर काफी अलग होता है इसलिए इनकी जरूरतें और केयर भी अलग-अलग रहती है। बहुत से कैंसर ऐसे हैं जिनका खतरा महिलाओं को अधिक रहता है जैसे ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और यूट्रस यानि गर्भाश्य का कैंसर (Uterus Cancer)। इन सबमें सबसे ज्यादा कॉमन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर है लेकिन इसे रोका जा सकता है, अगर समय रहते ब्रेस्ट की केयर की जाए और दिखने वाले कुछ लक्षणों पर गौर किया जाए।
ब्रेस्ट की कैसी देखभाल जरूरी | Breast Care Kaise Kare
1. अगर आप ब्रेस्ट से जुड़ी साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते तो आज से इस आदत को बदलें। नहाते समय स्तनों को अच्छे से साफ करें और नहाने के बाद इसे अच्छे सुखा लें क्योंकि गीलापन इंफेक्शन का कारण बन सकता है ज्यादातर स्तनों के नीचे वाले हिस्से पर ऐसा हो सकता है।
2. बहुत सी महिलाएं ब्रा फिटिंग को लेकर कोम्प्रोमाइज करती हैं। सही फिटिंग की ब्रा पहनना जरूरी है क्योंकि ऐसा ना करने से इनकी शेप बिगड़ सकती हैं और फिगर खराब होगा। व्यायाम करने के दौरान स्पोर्ट्स ब्रा पहनें।
3. नहाते समय स्तन से जुड़ा स्व-परीक्षण जरूर करें। स्तनों पर हाथ शॉवर में तीन मध्यमा उंगलियों के पैड से अपने हाथ को स्तन क्षेत्र पर घुमाएं। अगर किसी तरह की गांठ या दर्द का अनुभव हो रहा है तो डाक्टरी सलाह जरूर लें।
4. स्तन (निप्पल) से किसी तरह का चिपचिपा पदार्थ निकल रहा है, आस-पास सूजन है, निप्पल आगे से मुड़े है, अंडरआर्म में किसी तरह की दर्द या गांठ अनुभव होती है तो इसे इग्नोर ना करें। डाक्टरी जांच करवाएं।
5. 29 से 39 साल की उम्र में, हर 1 से 3 साल के भीतर ब्रेस्ट से जुड़े टेस्ट जरूर करवाएं। 40 साल की उम्र के बाद, हर साल स्तन परीक्षण कराएं।
6. रात को ब्रा पहनकर सोना चाहिए या नहीं , इस बारे में भी हमेशा से अलग अलग राय रही है। कुछ स्टडी का कहना है कि रात को ब्रा पहन कर नहीं सोना चाहिए। वहीं कुछ के अनुसार, जिन महिलाओं के ब्रेस्ट का साइज छोटा है वो रात को ब्रा पहनना छोड़ सकती है लेकिन जिन महिलाओं के ब्रेस्ट साइज बहुत बड़ा होता है, उनको ब्रा पहनने की जरूरत पड़ सकती है। ब्रेस्ट का साइज बड़ा होने के कारण कई महिलाओं को रात में सोने में परेशानी होती है। अगर आप रात को ब्रा पहनकर सोना चाहती हैं तो स्पोर्ट ब्रा पहनकर सोएं।
7. गर्भ-निरोधक गोलियों के सेवन से बचें। ये महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
8. स्तनों के आस-पास नारियल या बादाम तेल की मालिश करें और ऐसा गोलाई में करें। इससे लिम्फ को उत्तेजित करने में मदद मिलती है। अगर स्तनों का आकार सुडौल नहीं है तो डाइट में बादाम, काजू, मूंगफली, और अखरोट जैसे नट्स खाएं।
9. अगर ब्रेस्टफीडिंग करवा रहे हैं तो ब्रेस्ट पर केमिकल युक्त साबुन लगाने से बचें। डॉक्टर के अनुसार, स्तन का डार्क एरिया एक प्रकार का फ्लयूड (fluid) रिलीज करता है जो ब्रेस्ट सॉफ्टनेस को मेंटेन रखने के लिए जरुरी है लेकिन बार-बार साबुन इस्तेमाल करने से स्किन ड्राई हो जाती है जो ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं के लिए सही नहीं है।
10. अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी का कम सेवन करने से महिलाओं में स्तन कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है। ब्रेस्ट हेल्थ के लिए विटामिन डी का सेवन आवश्यक है। जब आप धूप में जाएं तो सनस्क्रीन लगाएं और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
लड़कियों के ब्रेस्ट में दर्द क्यों होता है?
ऐसा अक्सर मासिक धर्म, प्रैगनेंसी, यौवन, मेनोपॉज और स्तनपान के दौरान हार्मोनल इंबैलेंस के कारण हो सकता है। स्तन दर्द फाइब्रोसिस्टिक स्तन रोग से भी जुड़ा हो सकता है, लेकिन यह स्तन कैंसर का एक बहुत ही असामान्य लक्षण है हालांकि ऐसा जरूरी भी नहीं कि हर दर्द इसी से जुड़ा हो।