भारत अलग-अलग धर्म व रीति-रिवाजों वाला देश है। यहां जन्म से लेकर मृत्यु तक कई रिवाज निभाई जाते हैं। इनमें से ही एक है बच्चे का मुंडन संस्कार यानी सिर से बाल उतारना। इसमें बच्चे के 3 साल का होने पर उसका मुंडन किया जाता है। देशभर में कई जगह पर इसे करने की प्रथा है। वहीं कई लोगों का मानना है कि मुंडन संस्कार के बाद शिशु के बाल जल्दी, घने, मुलायम व अच्छे आते हैं। वहीं बात बाल अच्छे आने की करें तो मगर कई लोग इसको लेकर सोच-विचार में रहते हैं। तो चलिए आज हम आपको इसके फायदे व भ्रम के बारे में बताते हैं...
मुंडन संस्कार से बालों की ग्रोथ में फायदेमंद
. माना जाता है कि बालों को शेव करने से अच्छी ग्रोथ आने में मदद मिलती है। मगर इस पर हुई कई रिसर्च के मुताबिक इससे कुछ ज्यादा फर्क नहीं होता है। असल में, मुंडन के बाद बाल मोटे इसलिए आते हैं क्योंकि स्कैल्प रूखा होता है। बालों की जड़ों पर कोई असर नहीं होता है। दरअसल बालों के बढ़ने का संबंध फॉलिकल्स से होता है जो स्कैल्प की त्वचा के नीचे की ओर होती है। वहीं शेविंग से जब तक फॉलिकल्स प्रभावित नहीं होता तब तक बालों का संरचना पहले जैसी ही रहती है। ऐसे में हेयर फॉलिकल्स की संख्या बढ़ने से बालों की ग्रोथ पर असर देखा जाता है। ऐसे में इसका मुंडन से कोई संबंध नहीं है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार मुंडन करवाने के सेहत को कई लाभ भी है
. माना जाता है कि सिर के बाल उतारने से सिर की रक्त वाहिकाएं और नसें तेजी सेउत्तेजित होती है। ऐसे में बच्चे के दिमाग का विकास होने में मदद मिलती है। मगर हां, इसपर बात में कितना सच है इसको लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
. आमतौर पर मुंडन संस्कार शिशु के दांत निकालने के बाद किया जाता है। इस पर लोगों का मानना है कि दांत आने के समय बच्चे के सिर में भारीपन और गर्मी बढ़ती है। ऐसे में बाल शेव करने से उसे गर्मी व भार से थोड़ा आराम मिल सकता है। इसलिए लोग अक्सर गर्मियों में अपने बच्चों के बाल कटवा देते हैं।
अब बात आती है कि मुंडन करवाना चाहिए या नहीं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, लोग बच्चे का मुंडन करवाना शुभ मानते हैं। ऐसे में हर किसी को अपने रीति-रिवाजों को मानना चाहिए। इसलिए यह बाकत आप पर ही निर्भर करती है कि आपको बच्चे के मुंडन करवाने हैं या नहीं। मगर इससे बाल सुंदर, घने व मुलायम आते हैं तो इसको लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
तो चलिए अब हम आपको बच्चे के बालों की ग्रोथ करने के कुछ घरेलू नुस्खे बताते हैं...
बच्चे की डाइट में शामिल करें पौष्टिक चीजें
शिशु के 6 महीने का होने के बाद उसकी डाइट में हरी सब्जियां, पीले व नारंगी फल शामिल करें। आप उन्हें ये चीजें सूप, जूस या उबाल कर खिला सकती है। इनमें सभी जरूरी तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। ऐसे में शिशु के बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ेगी। साथ ही उसका बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलेगी।
तेल मसाज जरूरी
बच्चे के सिर की तेल से मसाज करें। इससे उसके स्कैल्प को पोषण मिलेगा। ऐसे में सुंदर, घने व अच्छी क्वालिटी के बाल आने में मदद मिलेगी। साथ ही मसाज से बेबी रिलैक्स करेगा जिससे उसको नींद भी अच्छी मिलेगी।
कम केमिकल वाला शैंपू करें इस्तेमाल
बच्चे की स्किन व बाल बेहद ही नाजुक होते हैं। इसके लिए उनके बालों को धोने के लिए माइल्डव यानी कम केमिकल वाला शैंपू यूज करें। वैसे तो आपको बाजार में बच्चे के शैंपू आसानी से मिल जाएंगे। इसके अलावा अगर आपके शिशु के बाल ज्यादा मोटे और घुंघराले हैं तो आप शैंपू से 10 मिनट पहले दही या अंडा कंडीशनर की तरह उसके बालों पर लगा सकती है।