कोरोना वायरस का कहर अभी तक थमा नहीं था कि अब महामारी के वेरिएंट डेल्टा ने दुनियाभर में कोहराम मचाया हुआ है। इस वेरिएंट को B.1.617.2 को भी कहा जाता है। हाल ही में पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के वेरिएंट डेल्टा को लेकर चिंता व्यक्त की थी। वहीं अब कुछ देशों में इस वेरिएंट से बचाव को लेकर कड़े प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं।
- जिम्बाब्वे सरकार ने हुरुंगवे और करिबा जिलों में दो हफ्तों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया है। सरकार के मुताबिक पिछले तीन दिनों में वेरिएंट डेल्टा के 40 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
- कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों में के बीच यूके सरकार सभी लॉकडाउन प्रतिबंधों को निर्धारित 21 जून से चार सप्ताह तक लगाने पर विचार कर रही है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने पाया कि एक सप्ताह में वेरिएंट से संक्रमण लगभग 30,000 बढ़ गया।
- WHO के यूरोप निदेशक ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि कोरोना वायरस का ये वेरिएंट क्षेत्र में पकड़ बनाने के लिए तैयार है। मीडिया से बात करते हुए डब्ल्यूएचओ के डॉ हंस क्लूज ने कहा था कि डेल्टा संस्करण ने कुछ टीकों से बचने में सक्षम होने के संकेत दिखाए हैं और चेतावनी दी है कि कई कमजोर आबादी, विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को खतरा हो सकता है।
- फ्रांस में भी कोविड-19 के डेल्टा संस्करण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
- श्रीलंका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक डेल्टा संस्करण द्वीप राष्ट्रों में भी पाया गया है। श्रीलंका में अप्रैल के बाद से कोविड-19 के नए मामलों और मौतों में वृद्धि देखी गई है।
- चीन में गुआंगझोउ ने 21 मई से 100 से अधिक मामलों की सूचना दी है। डॉक्टरों का कहना है कि ग्वांगझू में डेल्टा संस्करण के अधिक मामले सामने आए हैं।
- नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि कोविड-19 वैक्सीन की एक या दोनों खुराक मिलने के बाद भी डेल्टा संस्करण देखा जा रहा है। इस अध्ययन में 63 लोगों को शामिल किया गया। इनमें से 36 मरीजों को दो डोज दी गई, जबकि 27 को वैक्सीन की एक डोज दी गई। जिसके बाद भी उनमें यह संक्रमण पाया गया।