हिंदू धर्म में मंगलसूत्र, पायल और चूड़ियों की तरह बिछिया को भी श्रृंगार का एक अहम हिस्सा माना जाता है। पैरों की उंगलियों पर बिछिया को पहनना सुहाग की निशानी माना जाता है। बिछिया दोनों पैरों के दूसरे पैर की उंगली में जोड़े में पहनी जाती है और आमतौर पर यह चांदी की धातु से बनती है।
परंपरागत रूप से, एक विवाहित महिला अपने पैर के दूसरे पैर की उंगली में बिछिया पहनती है जबकि अविवाहित महिलाएं इसे तीसरे पैर की उंगली में पहनती हैं। ऐसा कहा जाता है कि अविवाहित महिलाओं द्वारा पैर की तीसरी उंगली में चांदी की बिछिया पहनने से उन्हें पीरियड्स के दर्द से राहत मिलती है या कम से कम आराम मिलता है
आयुर्वेद के अनुसार चांदी की बिछिया पहनने से शरीर को ठंडक मिलती है। पैरों के जरिए शरीर के पूरे हिस्से तक ठंडक पहुंचती है, जिससे महिलाओं को पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। वैसे तो बिछिया पहनने का रिवाज बेहद पुराना है, लेकिन बाजार मे आपको एक से एक डिजाइन दिख जाएंगे।
अगर आपकी भी जल्द शादी होने जा रही है और आप बिछिया के लेटेस्ट डिजाइन की तलाया में हैं तो ये आर्टिकल आपके काम आ सकता है। यहां आपको एक से बढ़कर एक बिछिया के डिजाइन देखने को मिल जाएंगे।
इन दिनों ब्लैक कलर के बिछिया काफी चलन में है। इस तरह के डिजाइन हर तरह के कलर और आउटफिट के साथ अच्छे लगते हैं। ये देखने में पुराना फैशन भी नहीं लगता है।
अगर नई नवेली दुल्हन कुछ हटकर दिखना चाहती है तो फुल फिंगर ढाका बिछिया पहन सकती हैं। इससे पैर भरे- भरे दिखते हैं और आपका लुक भी निखर कर आता है।
रेगुलर में पहनने के लिए इस तरह का बिछिया सबसे बेस्ट है। यदि आप लेटेस्ट व आकर्षक डिजाइन वाली बिछिया पहनने की शौकीन है तो इसे एक बार जरूर ट्राई करें।
पीकॉक डिजाइन तो हर चीज में कमाल ही लगता है। इस तरह के बिछिया के डिजाइन काफी यूनिक हाेते हैं और आपके लुक को रॉयल बना देंगे। यह खूबसूरत होने के साथ- साथ काफी एडजेस्टेबल होते हैं।