डिल यानि सोआ के बीज, बीजों का तेल, पत्ते और जड़ों का इस्तेमाल सदियों से औषधी के रूप में होता आ रहा है। धानिए की पत्तों की तरह दिखने वाले देसी सुपरफूड सोआ के पत्ते डायबिटीज और गठिया मरीजों के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहीं है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि सोआ के पत्तों से आपको क्या-क्या फायदे मिलते हैं...
यूं करें सोया के पत्तों का इस्तेमाल
स्वाद में थोड़े तीखे व कड़वे होने के कारण हरी सब्जियों के साथ इसका सेवन ज्यादा सही रहता है।
1. सोआ के पत्तों का इस्तेमाल आप करी या सब्जी बनाने के लिए कर सकते हैं। राई, जीरा, प्याज, लहसुन-अदरक, हरी मिर्च के साथ इसका तड़का लगाएं।
2. सोआ के पत्तों को धोकर इसका जूस बना लें। इसमें नींबू का रस और एक चुटकी काला नमक मिलाकर सुबह-शाम पीएं।
3. इसकी पत्तियों को आटे के साथ गूंदकर परांठा बनाकर खाएं।
4. इसके अलावा आप सोआ के पत्तों को सूप, अचार, सलाद के रूप में अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
चलिए अब आपको बताते हैं सोआ के पत्तों के जबरदस्त फायदे....
इंसुलिन रहेगा कंट्रोल
यूं तो डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कई प्राकृतिक तरीके हैं लेकिन सोआ के पत्ते किफायती के साथ काफी फायदेमंद इलाज है। इससे ना सिर्फ शरीर में इंसुलिन का स्तर समान्य रहता है बल्कि यह ब्लड शुगर लेवल को भी काबू रखता है।
कैंसर-रोधी गुणों से भरपूर
इसमें मौजूद एंटी-कैंसर, एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर में कैंसर सेल्स कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देते। इससे आप कई तरह के कैंसर से बचे रहते हैं।
अनियमित पीरियड होंगे कंट्रोल
अगर आप भी अनियमित समस्या से परेशान है तो सोआ के पत्ते खाकर देखें। इससे कुछ दिनों में ही पीरियड साइल सही हो जाएगा। साथ ही इससे शरीर में हार्मोन्स भी बैलेंस रहेंगे।
शरीर को करेगा डिटॉक्स
इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर से विषैले टॉक्सिन्स और फ्री रैडिकल्स को निकालने में मदद करते हैं। इससे दिल के रोगों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
पाचन क्रिया को रखे दुरुस्त
नियमित इसकी पत्तियों का सेवन करने से पाचन तंत्र भी सही तरीके से काम करता है। इससे आप कब्ज, एसिडिटी, दस्त से बचे रहते हैं।
गठिया दर्द का अचूक इलाज
इसके पत्तों का पेस्ट, अलसी और अरंडी के बीज मिलाकर 1 गिलास दूध के साथ लें। इससे गठिया, आर्थराइटिस, जोड़ों में दर्द और सूजन से छुटकारा मिलेगा।
गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली औरतों के लिए इसका इसका सेवन फायदेमंद होता है। यह दूध की मात्रा बढ़ाने के साथ ओव्यूलेशन को रोकने में भी मददगार है। साथ ही शिशुओं को 1-2 चम्मच ताजा डिल के पत्ते दे सकते हैं।
उच्च रक्तचाप को करे कम
डिल और मेथी के बीजों को बराबर मात्रा में पीसकर रख लें। रोजाना दिन में 2 बार 1 गिलास पानी के साथ इसके 2 चम्मच लें। इससे हाई ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल होगा और हड्डियों व मांसपेशियों में भी मजबूती आएगी।
सोआ के नुकसान
जहां हर चीज के कुछ फायदे होते हैं वहीं उसके कुछ नुकसान भी होते हैं। उसी तरह सोआ के पत्तों का अधिक मात्रा में सेवन शरीर में पित्त की समस्या बढ़ा सकता है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इससे सीने व शरीर में जलन, गैस्ट्राइटिस की समस्या हो सकती है।