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अगर डायबिटीज रोगी ने नहीं दिया पैरों पर ध्‍यान, तो काटने की आ सकती है नौबत !

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 10 Nov, 2024 03:59 PM
अगर डायबिटीज रोगी ने नहीं दिया पैरों पर ध्‍यान, तो काटने की आ सकती है नौबत !

नारी डेस्क: पूरी दुनिया में डायबिटीज (मधुमेह) के मरीज काफी बढ़ गए हैं। शुरुआत में तो यह घातक नहीं होती लेकिन इसे लेकर की गई कुछ लापरवाही आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकती है। डायबिटीजके रोगियों में पैर को विशेष रूप से अधिक खतरा होता है क्योंकि इस बीमारी में शुगर का स्तर बढ़ा रहता है, जिससे रक्त परिसंचरण (ब्लड सर्कुलेशन) और तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे पैरों में सुन्नता, झनझनाहट, और त्वचा में घाव या अल्सर होने का खतरा बढ़ जाता है, जो समय पर इलाज न मिलने पर गंभीर रूप धारण कर सकता है। 

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 पैर के अल्सर और उसके शुरुआती लक्षण

डायबिटीज के कारण पैरों में छोटे-छोटे घावों को सही होने में समय लगने लगता है। अगर इन घावों की देखभाल सही से न की जाए, तो ये अल्सर का रूप ले सकते हैं, जो आगे चलकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसके शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हैं:

त्वचा का लाल या सूज जाना: संक्रमित क्षेत्र में त्वचा का रंग लाल हो सकता है।

झनझनाहट या सुन्नता: पैर में तंत्रिकाओं पर असर पड़ने के कारण दर्द या सुन्नता महसूस हो सकती है।

घावों का जल्दी न भरना: घाव भरने में समय लगता है और उन्हें छूने पर दर्द होता है।

पैर की त्वचा में सूखापन: रक्त संचार कम होने के कारण पैर की त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है।

  

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 पैरों को सुरक्षित रखने के उपाय

पैरों की नियमित सफाई और देखभाल: पैर धोकर उन्हें सुखाएं, नाखून काटें और मॉइस्चराइजर का उपयोग करें।

आरामदायक जूते पहनें : आरामदायक, कंफर्टेबल और बंद जूते पहनें ताकि पैरों को चोट न पहुंचे।

धूम्रपान न करें: धूम्रपान से ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर पड़ता है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।

शुगर का स्तर नियंत्रित रखें: नियमित शुगर लेवल की जांच कराएं और डॉक्टर द्वारा बताए गए परहेज का पालन करें।

पैरों की जांच करें: हर दिन अपने पैरों में किसी प्रकार के घाव, कट या सूजन की जांच करें।

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कब आती है पैर काटने की नौबत?

अगर अल्सर का सही समय पर इलाज न किया जाए और संक्रमण बढ़ता रहे, तो गहरे और गंभीर संक्रमण में नर्व्स और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है। इस स्थिति में डॉक्टर को मजबूरन संक्रमित पैर को काटना पड़ सकता है ताकि संक्रमण शरीर के बाकी हिस्सों में न फैले। इसलिए डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वे अपने पैरों का विशेष ख्याल रखें और किसी भी समस्या के संकेत मिलने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
 

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