महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में चिकित्सकीय परामर्श के बिना गर्भपात से संबंधित किट और दवाएं बेचने के आरोप में पुलिस ने एक ई-कॉमर्स पोर्टल के खिलाफ 13 एफआई दर्ज की हैं। शिकायत के आधार पर मुंबई, ठाणे, जलगांव, कोल्हापुर, औरंगाबाद और नागपुर के विभिन्न थानों में मामले दर्ज किए गए हैं।
राज्य के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के सहायक आयुक्त गणेश रोकड़े ने कहा कि प्रशासन को सूचना मिली थी कि ऑनलाइन पोर्टल मीशो डॉट कॉम पर गर्भपात की दवाएं अवैध रूप से बेची जा रही हैं। सूचना के अधार पर एफडीए कर्मियों ने नकली ग्राहक के रूप में राज्य के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टर के पर्चे के बिना चिकित्सीय गर्भ समापन (एमटीपी) किट मंगाने के लिए ऑर्डर दिया था।
ये पोर्टल सौंदर्य उत्पाद, आभूषण, परिधान और कुछ अन्य सामान बेचता है। इसके सौंदर्य और स्वास्थ्य खंड में मेकअप, तंदुरुस्ती और त्वचा की देखभाल से संबंधित उत्पाद उपलब्ध हैं। इसके होमपेज पर दवाओं पर कोई खंड दिखाई नहीं देता है, लेकिन जब सर्च विंडो में ‘एमटीपी’ शब्द टाइप किया जाता है तो एमटीपी किट, एमटीपी किट टैबलेट, एमटीपी गोलियां जैसे विकल्प दिखाई देने लगते हैं। इन विकल्पों में से किसी एक को चुनने के बाद, पृष्ठ पर कुछ फार्मा कंपनियों की गर्भपात किट की तस्वीर दिखाई देती हैं।
अधिकारी ने बताया कि जब इसके कर्मियों ने ऑनलाइन ऑर्डर दिया तो उसे डॉक्टर के पर्चे के बिना ही स्वीकार कर लिया गया। ऑर्डर के अनुरूप राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्सल कूरियर के जरिए कुल 16 एमटीपी किट प्राप्त हुईं। ये किट एक अग्रणी फार्मा कंपनी द्वारा निर्मित थीं और इन्हें वाराणसी, आगरा तथा दिल्ली से भेजा गया था।
एफडीए के अधिकारी ने कहा, "एफडीए औषधि निरीक्षकों द्वारा औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 की संबंधित धाराओं तथा भारतीय दंड संहिता के तहत 22 अप्रैल से छह मई के बीच दर्ज कराई गईं शिकायतों के आधार पर मुंबई, ठाणे, जलगांव, कोल्हापुर, औरंगाबाद और नागपुर के विभिन्न थानों में मीशो डॉट कॉम के खिलाफ कुल 13 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। आगे की जांच जारी है।