शरीर को विटामिन्स, मिनरल्स के साथ फाइबर भी सही मात्रा में मिलना जरूरी है। यह मुख्य रूप से 2 तरह का होता है- सॉल्युबल और इन सॉल्युबल फाइबर। इससे खाना अच्छे से पचने के साथ ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। साथ ही वजन बढ़ने की परेशानी से राहत मिलती है। तो आइए आज हम आपको कुछ फाइबर से भरपूर चीजों के बारे में बारे में बताते हैं...
साबुत अनाज
साबुत अनाज जैसे कि गेहूं, राई, जई, मक्की, बाजरा, क्विनोआ, ब्लैक व ब्राउन राइस में फाइबर अधिक होता है। 100 ग्राम साबुत अनाज में करीब 7 ग्राम फाइबर होता है। ऐसे में इनका सेवन करने से शरीर सही तरीके खाना पचाने में मदद मिलती है। ब्लसाथ ही वजन बढ़ने की दूर हो दिल व दिमाग स्वस्थ रहता है।
दालें और बीन्स
दालें और बीन्स में भारी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इनमें मुख्य रूप से चना, राजमा, हरी फलियां, मसूर दाल, मटर आदि चीजें आती है। रोजाना 1 कटोरी दाल का सेवन करने से शरीर को सभी जरूरी तत्व मिलते है। इसके ओवरइटिंग की परेशानी दूर हो वजन कंट्रोल में रहता है। साथ ही बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कई गुणा कम होता है। 100 ग्राम दाल में करीब 5 ग्राम फाइबर मौजूद होता है।
नाशपाती
नाशपाती खाने में टेस्टी होने के साथ विटामिन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरा होता है। 100 ग्राम नाशपाती में 3.1 ग्राम फाइबर की मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से इम्यूनिटी स्ट्रांग होने के साथ मौसमी बीमारियों से बचाव रहता है।
एवोकाडो
इसमें हैल्दी फैट्स, विटामिन-बी, सी, ई, मैग्नीशियम, आयरन, फाइबर आदि गुण होते हैं। 100 ग्राम एवोकाडो में 6.7 ग्राम फाइबर पाया मौजूद होता है। इसका सेवन करने से दिल व दिमाग सही तरीके से काम करते हैं। पेट लंबे समय तक भरा रहने से ओवरइटिंग की परेशानी से भी राहत मिलती है।
नट्स
सेहतमंद रहने के लिए डाइट में नट्स यानि सूखे मेवें शामिल करना बेस्ट ऑप्शन है। इसे हल्क तल या भून कर स्नैक्स को तौर शाम के समय भी खा सकते हैं। इसके अलावा रात भर पानी में भीगे नट्स को सुबह खाली पेट खाने से बीमारियों से बचाव रहता है। इसमें फाइबर होने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है। ऐसे में पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती है। 100 ग्राम मिक्स्ड नट्स में करीब 7 ग्राम फाइबर पाया जाता है।
रसबेरी
रसबेरी खाने में टेस्टी होने के साथ इसमें विटामिन ए, बी 6, कैल्शियम, फाइबर, जिंक आदि तत्व होते हैं। एक कप रसबेरी का सेवन करने से शरीर को 8 ग्राम फाइबर होता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहने से दिल भी स्वस्थ रहता है।
फ्लैक्स सीड्स
फ्लैक्स सीड्स यानि अलसी के बीजों में विटामिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फास्फोरस, मिनरल्स, फाइबर आदि तत्व होते हैं। इसका सेवन करने से शरीर को अन्य तत्वों के साथ फाइबर भरपूर मात्रा में मिलता है। बात इसमें फाइबर की मात्रा करें तो 100 ग्राम अलसी के बीजों में 27 ग्राम फाइबर पाया जाता है। इसके सलाद, स्मूदी या सूप मिलाकर कर खाने से बार-बार भूख लगने की परेशानी दूर होती है। इस तरह वजन कंट्रोल में रहने के साथ बीमारियों से बचाव रहता है।
नारियल
नारियल का सेवन करने से सेहत और सुंदरता में निखार आता है। इसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड, विटामिन, आयरन, मैंगनीज आदि तत्व होते हैं। 100 ग्राम नारियल का में करीब 9 ग्राम फाइबर की मात्रा होती है। इसके सेवन से शरीर स्वस्थ रहने के साथ चेहरे पर भी ग्लो आता है। खासतौर पर प्रेगनेंसी में इसका सेवन करने से मां और बच्चा दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
केला
केले में विटामिन-सी, बी 6, फाइबर, आयरन आदि तत्व होते हैं। 100 ग्राम केले में 2.6 ग्राम फाइबर की मात्रा पाई जाती है। हरे व कम पके केले में एक स्टार्च मौजूद होता है, जो फाइबर के जैसे काम करता है। इसे सीधा, स्मूद, फ्रूट्स सेलेड, शेक आदि के तौर पर खाया जा सकता है। इसके सेवन से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। ऐसे में वजन कंट्रोल में रहता है।
चिया सीड्स
चिया सीड्स में विटामिन्स, मिनरल्स व फाइबर आदि तत्व होते हैं। इसे सलाद, स्मूदी, शेक आदि के रूप में सेवन करने से इम्यूनिटी लेवल बढ़ता है। 100 ग्राम चिया सीड्स में करीब 34 ग्राम फाइबर होने से यह वजन कम करने में फायदेमंद होता है। खासतौर पर जो लोग जिम जाते हैं, उन्हें इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।