भारत की फेमस टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा अब तक कई खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। हाल में ही जब सानिया ने खेलों से संन्यास लेने का फैसला ले लिया तो हर कोई हैरान रह गया। पूरी दुनिया में टेनिस को अलग पहचान और रुतबा दिलाने वाली सानिया ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि बढ़ती उम्र के साथ अब उनका शरीर कमजोर हो रहा है। सानिया ने कहा- मेरा शरीर कमजोर हो रहा है और घुटनों में दर्द हो रहा है। पहले की तुलना में अब ऐसा करने का मन नहीं करता। अब मैं इस खेल को उतना एंजॉय नहीं कर पा रही हूं।
आगे सानिया मिर्जा ने कहा था, मुझे लगता है कि मेरी रिकवरी में ज्यादा समय लग रहा है, मैं इतना ट्रैवल करने से अपने 3 साल के बेटे को जोखिम में डाल रही हूं. उसके साथ, ये कुछ ऐसा है जिसका मुझे ध्यान में रखना है। उन्होंने कहा, मैं अभी भी सीजन खेलना चाहती हूं. मैंने फिट होने, वजन कम करने और नई माताओं के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित करने की कोशिश की है ताकि वे सपने देख सकें और इसका आनंद ले सकें. मुझे नहीं लगता कि अब मेरा शरीर ऐसा कर रहा है.
टेनिस की दुनिया से कभी न ओझल होने वाला सितारा बन चुकी है सानिया
वही, साल 2003 से अंतरराष्ट्रीय टेनिस मुकाबले खेल रही सानिया मिर्ज़ा करीब दो दशक बाद कोर्ट से विदा लेंगी। भले ही सानिया ने अब खेलों से संन्यास ले लिया हो लेकिन उन्होंने अब तक इतनी सफलता हासिल कर ली है कि वो हर युवा लड़की के लिए प्रेरणा है। 15 नवंबर 1986 को मुंबई में जन्मी सानिया मिर्जा की परवरिश हैदराबाद में हुई। वही से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और 6 साल की उम्र में उन्होंने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने पहला अंतरराष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट 1999 में खेला था।
महज 18 साल की उम्र में कर डाला कमाल और फिर कभी नहीं देखा पीछे मुड़कर
साल 2002 में लिएण्डर पेस के साथ मिक्सड डबल्स के एशियन गेम्स में इन्होंने कांस्य पदक जीता, इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। भारत के लिए टेनिस में अच्छे प्रदर्शन की वजह से साल 2004 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। 2006 में सानिया को पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है, पद्मश्री पाने वाली सानिया सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी भी हैं। फिर 2009 में भारत की तरफ से ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी थी। अपने पूरे करियर के दौरान सानिया ने खुद को अब तक की सबसे सफल भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।
पर्सनल लाइफ की बात करें तो साल 2009 में सानिया ने अपने बचपन के दोस्त सोहराब से सगाई की लेकिन जल्द ही इनका रिश्ता टूट गया। जब वो टूटे हुए रिश्ते के गम से गुजर रही थी तब उनकी जिंदगी में शोएब मलिक आए और साल 2010 में दोनों ने शादी कर ली। दोनों की पहली मुलाकात ऑस्ट्रेलिया में हुई और दोनों एक-दूसरे के करीब आए।
विवादों से भी है गहरा नाता
बता दें कि अक्सर सानिया मिर्जा विवादों में भी घिरी रहती है। सबसे बड़ा विवाद तो उनकी स्कर्ट को लेकर हुआ था। सानिया मिर्जा ड्रेस कोड के मुताबिक, स्कर्ट पहनकर ही खेलती थी। साल 2005 में उनकी टेनिस ड्रेस को लेकर ही एक मुस्लिम धर्मगुरु ने फतवा जारी किया।धर्मगुरु का कहना था कि इस्लाम में महिलाओं को स्कर्ट, शॉर्ट्स और स्लीवलेस टॉप पहनने की मनाही है। यही नहीं सानिया मिर्जा को दोबारा ऐसे कपड़े पहनने पर नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी गई थी। टेनिस प्लेयर के खिलाफ जारी हुआ ये फतवा कुछ ही घंटों में देश की सबसे बड़ी खबर बन गया और जिसके बाद उनकी जिंदगी ही बदल गई.
फतवा जारी होने के बाद उनकी जिंदगी में क्या हुआ इसका जिक्र टेनिस प्लेयर ने अपनी बायोग्राफी 'ऐस अगेंस्ट ऑड्स' (Ace against Odds) में किया है. सानिया मिर्जा ने अपनी जीवनी में लिखा है, '15 सितंबर 2005 को जब मैं अपनी मां के साथ कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पहुंची तो मैं हैरान रह गई. मेरे चारों ओर भारी तादाद में सुरक्षाबल तैनात थे. टूर्नामेंट से दो दिन पहले मेरी सुरक्षा के लिए कई हथियारबंद पुलिस वाले लगाए गए थे, जो 24 घंटे मेरी सुरक्षा में रहते थे. मुझे स्टेडियम भी लड़ाई का मैदान लगने लगा था जहां कई पुलिसवाले मेरी सुरक्षा कर रहे थे.'
सानिया मिर्जा ने बताया था कि वो इतनी डर गई थी कि उन्होंने फोन कर पिता को बुला लिया। सानिया की हालत देख उनके पापा भी परेशान हो गए और होटल पहुंच गए। टूर्नामेंट सही समय पर शुरू हुआ और सानिया मिर्जा दूसरे राउंड में पहला सेट जीतने के बाद ही हार गईं. सानिया मिर्जा ने बताया कि ये हार उन्हें फतवा विवाद के बाद जन्मे दबाव से ही मिली। वही, साल 2008 में एक कार्यक्रम के दौरान टेनिस प्लेयर की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वह तिरंगे की तरफ पैर करके बैठी थी और उन पर तिरंगे के अपमान करने का आरोप लगाया गया था। वही जब सानिया मिर्जा ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की थी, जिसपर काफी विवाद हुआ था हालांकि उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। सानिया की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कई उताव-चढ़ाव आए लेकिन वो आगे बढ़ती रही।