दिल्ली के प्रगति मैदान के निकट स्थित राष्ट्रीय प्राणी उद्यान जल्द ही अपनी वेबसाइट पर एक विकल्प पेश करेगा, जिसकी मदद से लोग 15 दिन पहले तक टिकट बुक कर सकेंगे। नए विकल्प से Visitors को अपनी यात्रा का कार्यक्रम पुनर्निर्धारित करने तथा टिकट रद्द करने पर पैसे वापसी की सुविधा भी मिलेगी।
अभी तक, यदि कोई चिड़ियाघर घूमना चाहता है, तो वह उसी दिन शाम पांच बजे तक ही टिकट खरीद सकता है, जिसके बाद बुकिंग काउंटर बंद हो जाते हैं। चिड़ियाघर के निदेशक ने कहा कि चूंकि केंद्रीय चिड़ियाघर में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, ऐसे में कई परिवर्तन योजनाएं जारी हैं और आने वाले महीनों में कई मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के निदेशक संजीव कुमार ने बताया- “भुगतान के तरीके को लेकर कुछ समस्याएं थीं, इसलिए हम आगंतुकों की सुविधा के लिए एक अतिरिक्त भुगतान माध्यम शुरू कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि फिलहाल लोग शाम पांच बजे तक टिकट खरीद सकते हैं और वे केवल उसी दिन के लिए वैध होते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए, अग्रिम बुकिंग के लिए एक पोर्टल शुरू किया जा रहा है।”
दिल्ली चिड़ियाघर ऐतिहासिक पुराना किला के पीछे 176 एकड़ क्षेत्र में स्थित है और 1952 में अपनी स्थापना के बाद से ही एक प्रमुख स्थल रहा है। चिड़ियाघर लगभग 1350 जानवरों का घर है जो दुनिया भर के जानवरों और पक्षियों की लगभग 130 प्रजातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। चिड़ियाघर को पैदल या बैटरी चालित वाहन का उपयोग करके देखा जा सकता है जिसे चिड़ियाघर में किराए पर लिया जा सकता है।
चिड़ियाघर में एक पुस्तकालय भी है जहां से पेड़, पौधों, पशु-पक्षियों के बारे में जानकारी ली जा सकती है। समय: गर्मियां में सुबह 8-शाम 6 बजे तक, सर्दियों में सुबह 9-शाम 5 बजे तक शुक्रवार को बंद रहता है और खाने पीने की चीजें लाना मना है। 2014 में एक आगंतुक को मार दिया गया था क्योंकि वह सफेद बाघों के बाड़े में गिर गया था, जिससे चिड़ियाघर में आगंतुक और जानवरों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे।