23 NOVSATURDAY2024 3:49:49 AM
Nari

Be Alert! स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं पैराबेन ब्यूटी प्रोडक्ट्स

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 03 Sep, 2020 12:35 PM
Be Alert! स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं पैराबेन ब्यूटी प्रोडक्ट्स

खूबसूरत दिखने के चक्कर में लड़कियां सस्ते-महंगे कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीद लेती हैं। लड़कियां अपनी डाइट से ज्यादा प्रोडक्ट्स पर निर्भर रहती है। मगर, अक्सर वो इस बात पर ध्यान नहीं देती कि कहीं उनके प्रोडक्ट्स पैराबेन, फ्रेंगरेंस, ऑयल फ्री हैं। उनके प्रोडक्ट्स डर्माटोलॉजिकली टेस्टेड हैं या नहीं। उनसे एलर्जी का खतरा तो नहीं। आपकी यह एक छोटी सी लापरवाही स्किन के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

पैराबेन फ्री प्रोडक्ट्स क्या है?

ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने के लिए आजकल कंपनियां खतरनाक कैमिकल्स पैराबेन का यूज करने लगी हैं। दरअसल, यह कैमिकल प्रोडक्ट की उम्र बढ़ाने के लिए किया जाता है, ताकि वो जल्दी एक्सपायर ना हो। इससे प्रोडक्ट बैक्टीरिया व फंगस से बचे रहते हैं, जिससे वो कम से कम 3 साल तक खराब नहीं होते।

PunjabKesari

किन प्रोडक्ट्स में होता है इस्तेमाल?

इस केमिकल का यूज माइश्चराइजर, सीरम, क्रीम, लोशन, शैंपू, यहां तक कि टूथपेस्ट में भी किया जाता है। इसे Ethylparaben (इथाइल पैराबेन), Butylparaben (ब्यूटाइल पैराबेन), Propylparaben (प्रोपाइल पैराबेन), Isobutylparaben (आइसोब्यूटाइल पैराबेन),  methylparaben (मिथाइल पैराबेन) नाम से भी जाना जाता है।

कैसे पता लगाएं प्रोडक्ट्स में यह है या नहीं?

आप प्रोडक्ट लेवल पर देख सकते हैं कि उसपर इनमें से कोई नाम तो नहीं लिखा। अगर ऐसा कुछ लिखा है तो समझ लें कि उसमें पैराबेन केमिकल इस्तेमाल किया गया है।

PunjabKesari

पैराबेन प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से नुकसान

. नियमित ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से त्वचा रूखी हो जाती है
. स्किन पर एलर्जी, लाल चकत्ते, फफोले हो सकते हैं
. इससे त्वचा पर सूजन भी आ सकती है।
. चेहरे पर झुर्रियां जल्दी आ जाती हैं।

PunjabKesari

ब्रेस्ट कैंसर का भी रहता है खतरा

कुछ मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, इससे एस्ट्रोजेन का स्तर भी बढ़ जाता है, जिससे कैंसर और पुरुष बांझपन के मामले बढ़ सकते हैं। हालांकि, स्तन कैंसर के टिश्यू में पैराबेन का अंश पाए जाने के बाद कुछ कंपनियां इसका इस्तेमाल नहीं कर रही हैं। लेकिन सावधानी में ही आपकी सुरक्षा है। डेनमार्क में बच्चों के प्रोडक्ट्स में तो इसे पूरी तरह बैन कर दिया गया है लेकिन बावजूद इसके कुछ कंपनियां इसका इस्तेमाल कर रही हैं।

Related News