आपके खाने में मौजूद रहने वाले जीवाणु (Bacteria) आपके कैंसर के जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ जीवाणु जहां आपके शरीर को कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं वहीं अन्य ट्यूमर को विकसित होने और बढ़ने में मदद करते हैं। आंत के जीवाणु आपकी कोशिकाओं के व्यवहार को बदलकर आपके कैंसर के जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं। वहीं, कैंसर पैदा करने वाले सूक्ष्म जीव कोशिकीय सहयोग को कमजोर करते हैं और प्रक्रिया में कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।
कैसे बढ़ता है कैंसर का जोखिम
नए अध्ययन इस पर किया गया है कि मानव शरीर के अंदर सहयोग और संघर्ष कैसे होता है, जिसमें यह देखना भी शामिल है कि शरीर का शोषण करने के लिए कैंसर कैसे विकसित हो सकता है। इस बात की भी जांच की गई है कि कैसे आहार और जीवाणु आपके शरीर की कोशिकाओं के एक दूसरे के साथ संवाद करने के तरीकों को प्रभावित करते हैं और आपके कैंसर के जोखिम को बढ़ाते या घटाते हैं।
Bacteria कैंसर के खिलाफ Immunity को करते हैं कमजोर
आप जो खाते हैं वह आपके शरीर के अंदर कैंसर-उत्प्रेरण और कैंसर-रोकथाम करने वाले जीवाणुओं की मात्रा निर्धारित करता है, हम मानते हैं कि जिन जीवाणुओं का हम उपभोग करते हैं और बढ़ावा देते हैं वे स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। लाभकारी सूक्ष्म जीव आमतौर पर किण्वित और पादप पर आधारित आहार में पाए जाते हैं, जिसमें सब्जियां, फल, दही और साबुत अनाज जैसे खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं। इन खाद्य पदार्थों में उच्च पोषण होता है और इसमें सूक्ष्म जीव होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली की कैंसर से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं और समग्र सूजन को कम करते हैं।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड सेहत के लिए खतरनाक
विशेषज्ञों की मानें तो सामान्य अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड खाने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। कैंसर रिसर्च यूनाइटेड किंगडम और वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। इसमें दावा किया गया है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड जैसे हाट डाग, चिप्स, सोडा और आइसक्रीम आदि के लगातार सेवन से मोटापा और हाई कोलेस्ट्राल से गंभीर परिणाम होने के साथ- साथ कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है।
ओवेरियन कैंसर का बढ़ रहा रिस्क
अध्ययन के मुताबिक अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन ओवेरियन कैंसर के रिस्क को बढ़ाता है। जिन लोगों ने इन जंक फूड्स का अधिक सेवन किया उनको ओवेरियन कैंसर का जोखिम 30% तक अधिक था। शोधकर्ताओं के मुताबिक प्रोसेस्ड फूड खाने से किसी भी कैंसर का जोखिम 2% और ओवेरियन कैंसर का जोखिम 19% तक बढ़ सकता है।अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में लोकप्रिय फास्ट-फूड जैसे फ्रेंच फ्राइज़, सोडा, स्टोर से खरीदे गए कुकीज़, केक, कैंडी, डोनट्स, आइसक्रीम, सॉस, हॉट डॉग, सॉसेज, पहले से पैक सूप, जमे हुए पिज्जा, खाने के लिए तैयार भोजन शामिल हैं।
कुछ इंग्रीडेंट सेहत के लिए हानिकारक
विशेषज्ञों का कहना है कि इन फूड्स को लम्बे समय तक स्टोर करने के लिए और इनका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें रंग, स्वाद, स्थिरता और बनावट के लिए ऐसे इंग्रीडेंट का इस्तेमाल होता है जो सेहत के लिए हानिकारक है। दरअसल सुपर मार्केट्स में मिलने वाली सब्जियां, फल, सैंडवीच और कई प्रकार के फूड्स प्लास्टिक के पैकेट्स और रैप में लपेटकर बेचे जाते हैं। इन चीजों के सेवन से केमिकल्स भी पेट पर पहुंच जाता है, जिसके चलते कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है।