बिजी लाइफस्टाइल में भी महिलाएं अपने परिवार को खुश रखने के लिए अहम भूमिका निभाती है। लेकिन कई बार वह घर के कुछ वास्तु दोष के कारण अस्वस्थ रहती हैं। ऐसे में परिवार के सभी सदस्यों का जीवन अस्त व्यस्त हो जाता हैं। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि एक स्वस्थ जीवन के लिए आप वास्तु टिप्स फॉलो कर सकती है। तो चलिए जानते है उनके बारे में।
पूजा घर का स्थान
हमेशा घर खरीदने से पहले ध्यान रखें कि पूजा का स्थान सही दिशा में हो। वास्तु शास्त्र का कहना है कि भगवान की पूजा करते वक्त आपका चेहरा उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भवती महिला के गलत दिशा में सोने से भी वास्तु दोष हो सकता है। अगर आप चाहती है कि आपका और बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा बना रहे तो, उत्तर दिशा की ओर सिर करके न सोएं।
पीने का पानी
वास्तु के मुताबिक गलत दिशा में पानी पीने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हमेशा पानी पीते समय आपका मुख उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। दक्षिण पश्चिम दिशा में कभी भी पानी का टैंक या पानी से भरी चीजें नहीं होनी चाहिए। इसका बुरा प्रभाव महिलाओं की सेहत पर पड़ता है।
मेन एंट्री गेट का डिजाइन
वास्तु शास्त्र कहना है कि घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए एंट्री गेट के साथ- साथ सभी दरवाजे अंदर की ओर खुलने चाहिए। दक्षिण-पूर्व दिशा में मेन एंट्री गेट घर में रहने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसलिए इस दिशा में एंट्री गेट का निर्माण न करें।
घर का भोजन कक्ष
वास्तु के अनुसार आपके लिए धन और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए भोजन कक्ष की उत्तर-पूर्व की दीवार पर एक बड़ा दर्पण होना चाहिए। महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छा वास्तु कुछ ऐसा होना चाहिए जो सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करें